जोगीपेट 03 दिसंबर: जोगीपेट में 90 दिनों से आशा वर्कर्स की हड़ताल जारी है जिसकी वजह कई मसाइल पैदा हो रहे हैं। हामिला ख़वातीन और नोमोलूद बच्चों के लिए उनकी ख़िदमात काफ़ी अहम हैं।
अरसा-ए-दराज़ से हड़ताल के सबब ख़वातीन-ओ-बच्चों से मुताल्लिक़ ख़िदमात मुतास्सिर हैं। तनख़्वाहों में इज़ाफ़ा और दुसरे देरीना मसाइल की यकसूई के मुतालिबे के लिए आशा वर्कर्स हड़ताल पर हैं कई सियासी जमातों और तन्ज़ीमों की तरफ से उनसे इज़हारे यगानगत किया गया और उनके मसाइल की यकसूई के लिए हुकूमत से मुतालिबा किया गया लेकिन इस के बावजूद सभी कोशिशें रायगां गईं और हुकूमत के कान पर जूं तक नहीं रींग सकी अर्बाब मजाज़ के अलावा मुख़्तलिफ़ नुमाइंदों को चाहीए कि इस तरफ तवज्जा दें और आशा वर्कर्स के मसाइल की यकसूई के लिए हुकूमत से बेहतर नुमाइंदगी करें ताके हरताल ख़त्म हो और ख़वातीन-ओ- बच्चों को राहत मिले।