आश्रम में महिलाओं को बंधक बना यौन शोषण करने वाले बाबा विरेन्द्र देव पर CBI ने कसा शिकंजा, तीन मामले दर्ज

नई दिल्ली। स्वयंभू बाबा वीरेंद्र देव दीक्षित के यहां रोहिणी स्थित एक आश्रम में महिलाओं और लड़कियों को कथित रूप से बंधक बनाकर रखने के मामले में केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने आज तीन मामले दर्ज किए।

दिल्ली उच्च न्यायालय के आदेश पर कार्यवाही करते हुए एजेंसी ने इन मामलों की जांच के लिए अधीक्षक स्तर के एक अधिकारी के नेतृत्व में तीन सदस्यीय विशेष जांच टीम गठित की है।

दिल्ली पुलिस द्वारा रोहिणी में विजय विहार थाने में दर्ज की गईं तीन प्राथमिकियों से संबंधित जांच सीबीआई ने प्रक्रिया के अनुसार दोबारा मामले दर्ज कर अपने हाथों में ले ली है।

कथित बलात्कार और डराने-धमकाने संबंधी दो मामले दीक्षित के खिलाफ हैं और एक मामला उच्च न्यायालय द्वारा नियुक्त समिति के कार्य में कथित बाधा डालने को लेकर अज्ञात लोगों के खिलाफ है।

उच्च न्यायालय द्वारा नियुक्त समिति गत 19 दिसंबर को आश्रम पहुंची थी। दिल्ली उच्च न्यायालय ने 20 दिसंबर को सीबीआई को निर्देश दिया था कि वह आश्रम में महिलाओं और लड़कियों को कथित रूप से बंधक बनाकर रखे जाने के मामले में जांच करे।

आश्रम में महिलाओं और लड़कियों को तारबंदी से घिरे ‘‘किले’’ में धातु से बने दरवाजों के पीछे ‘‘जानवरों जैसी’’ स्थिति में रखे जाने की शिकायत थी।