पश्चिम बंगाल के आसनसोल में रामनवमी के बाद भड़की सांप्रदायिक हिंसा के बाद स्थानीय सांसद और केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो ने अपने पद से इस्तीफा देने और राजनीति से संन्यास लेने की पेशकश की थी। हालांकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सलाह के बाद उन्होंने अपना मन बदल लिया।
8/9/:(cont)U may be surprised 2 know that after 2 dirty incidents in Asansol/Bengal I had met our Honble PM resigning as a Minister to quit Politics&Power for good only 2 b inspired back by our Hon’ble PM, a man who works 24/7/365 days for his country•Don’t Quit-Fight he told me
— Babul Supriyo (@SuPriyoBabul) April 2, 2018
बाबुल सुप्रियो ने खुद ट्वीट कर इसकी जानकारी दी। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी ने उन्हें संन्यास लेने की बजाय तुष्टीकरण को बढ़ावा देने वाली पश्चिम बंगाल की ममता बनर्जी सरकार से मुकाबला करने की सलाह दी थी।
9/10:If today I am fighting all this Muck of Falsehood&Politics of Hate in WB, it is thanks 2 our Hon’ble PM who told me how we MUST triumph against all this Dirty Noise by continuing 2 fight with a goal in sight that of Development for ALL, something he DID in Gujarat&HOW (cont)
— Babul Supriyo (@SuPriyoBabul) April 2, 2018
सुप्रियो ने सोमवार को सिलसिलेवार तरीके से किए कई ट्वीट में पश्चिम बंगाल की ममता बनर्जी सरकार के खिलाफ जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा, ‘ममता बनर्जी किसी भी तरह से सत्ता में बने रहना चाहती हैं।
तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ता चाहते हैं कि पश्चिम बंगाल में विपक्ष रहे ही नहीं। मुंबई और दिल्ली में मैं बहुत अच्छा जीवन बिता रहा था लेकिन राजनीति में आने के बाद यहां मुझे घृणा की राजनीति, मानवता की बजाय अल्पसंख्यक और बहुसंख्यक का सामना करना पड़ रहा है। इसने मुझे गहरी निराशा में डाल दिया।’
साभार- NBT