आसाम तशद्दुद एक संगीन मुआमला, किसी फ़िल्म का मौज़ू नहीं

जया बचन की मुदाख़िलत पर शनडे का रेमार्क, अरकान के एहतेजाज पर माज़रत ख़्वाही
मर्कज़ी वज़ीर-ए-दाख़िला(गृहमंत्री/Home minister) सुशील कुमार शिनडे को आज अपने अलफ़ाज़ वापिस लेते हुए माज़रत ख़्वाही करनी पड़ी। राज्य सभा में उन्हों ने एस पी रुकन जया बचन के ख़िलाफ़ बाअज़ रिमार्कस किए जिस के साथ ही हंगामा आराई शुरू होगई।

सुशील कुमार शिनडे आसाम तशद्दुद पर मुख़्तसर मुद्दती मुबाहिस का जवाब दे रहे थे और जया बचन ने इस बात पर नाराज़गी का इज़हार किया कि वज़ीर मौसूफ़ अरकान के उठाए गए मख़सूस सवालात का जवाब नहीं दे रहे हैं।

शिनडे ने जया बचन की ख़ललअंदाज़ी पर ब्रहम होकर कहा कि ये एक संगीन मुआमला है। ये किसी फ़िल्म का मौज़ू नहीं। जया बचन फ़िल्म अदाकारा ने इस तबसरा पर शदीद एतराज़ किया और दीगर अरकान भी उन के साथ होगए, जिस के साथ ही ऐवान में हंगामा आराई शुरू होगई।

क़ाइद अप्पोज़ीशन अरूण जेटली ने कहा कि जया बचन एक मुमताज़ शख़्सियत हैं और बहैसीयत वज़ीर-ए-दाख़िला(गृहमंत्री/Home minister) शनडे को इस तरह का तबसरा नहीं करना चाहीए। शनडे इबतदा में(अंतमे/आखिर मे) ये कहते रहे कि जया बचन की ख़ललअंदाज़ी दरुस्त(सही) नहीं थी। ताहम बाद में शिनडे ने कहा कि इन के तबसरे से किसी के जज़बात को ठेस पहुंची होतो वो माज़रत ख़ाह हैं। उन्हों ने कहा कि जया बचन उन की बहन हैं।