वज़ीर-ए-सेहत-ओ-तालीम आसाम हमनता बिस्वा शर्मा ने कहा कि बी जे पी लीडर एल के अडवानी का कल पार्लीमैंट में ब्यान नोवर आसाम में अमन की बहाली में रुकावट साबित होगा।
उन्हों ने ज़राए इबलाग़ के नुमाइंदों से बातचीत करते हुए कहा कि दोनों फ़िरक़ों के अवाम ने एक दूसरे पर एतिमाद केलिए साज़गार माहौल तैय्यार करने की सिम्त पहल की है। उसे में अहम सयासी क़ाइदीन के इस तरह के ब्यानात से पेचीदगी पैदा होसकती है।
अडवानी ने कल कहा था कि आसाम में तशद्दुद को फ़िर्कावाराना वाक़िया तसव्वुर नहीं किया जाना चाहीए। कोई उसे हिन्दू मुस्लिम मुआमला या फिर कबायली-ओ-ग़ैर कबायली वाक़िया ना समझे बल्कि बुनियादी तौर पर ये हिंदूस्तानियों और सरहद पार से मुदाख़िलत कारी का मुआमला है।
बिस्वा शर्मा ने कहा कि ये लड़ाई एक इंसानी मसला है और हमें उसे सयासी शक्ल नहीं देनी चाहीए। अडवानी ने इंतेख़ाबी सियासत और आइन्दा इंतिख़ाबात(चुनाव) में वोट हासिल करने के मक़सद से इस तरह का ब्यान दिया है। उन्हों ने कहा कि सीनीयर लीडर से हमें ये तवक़्क़ो थी कि वो ऐसा ब्यान देंगे जिस से अमन बहाल होगा ।