नई दिल्ली: आसाम में इस्लामी सक़ाफ़्त और तहज़ीब को उजागर करने के लिये एक दस्तावेज़ी फ़िल्म तैयार की गई जिस में आ हूकिंग के दौर-ए-हकूमत में मुस्लिम बिरादरी की तशकील , हमला और माबाद हमला बाज़ आबादकारी और नक़्ल-ए-मकानी का अहाता किया गया है।
डायरेक्टर अब्दुलमजीद ने बताया कि ये फ़िल्म इंदिरा गांधी नेशनल सेंटर फ़ार आर्टस के प्रोजेक्ट का एक हिस्सा है जो कि अक़ीदत के रंग का सिलसिला है। अब्बू नासिर सय्यद मुहम्मद ने इस्लामिक हेरिटेज इन इंडियास नॉर्थ इस्ट आसाम एंड मनी पुर पर तहकीकात के बाद फ़िल्म की स्क्रिप्ट तहरीर की है। फ़िल्म में सूफियों के तर्ज़-ए-ज़िदंगी, इस्लामी इदारों , तख़लीक़ी हेरिटेज , लोक गीत और आसाम की तहज़ीब-ओ-तमद्दुन को पेश किया गया है।