आसाम में बदतरीन सैलाब, 30 हलाक, 10 लाख मुतास्सिर ( प्रभावित)

आसाम में एक दहाई के दौरान सब से बदतरीन सैलाब ने ताहाल कम से कम 30 अफ़राद फ़ौत और दीगर ( अन्य) 10 लाख बेघर हो गए हैं। मर्कज़ी हुकूमत ( केंद्र सरकार) ने आज सूरत-ए-हाल का जायज़ा लिया और इस बोहरान ( संकट) से निमटने रियास्ती हुकूमत ( राज्य सरकार) को मुम्किना मदद फ़राहम करने का तयक्कुन ( यकीन) दिया।

काबीनी सेक्रेटरी अजीत सिंह ने आसाम में सैलाब की तबाहकुन सूरत-ए-हाल का जायज़ा लेने के लिए आला मर्कज़ी ओहदेदारों का इजलास ( बैठक )तलब किया । आसाम के चीफ़ सेक्रेटरी और रियास्ती हुकूमत के दीगर ओहदेदारों ने भी वीडीयो कान्फ्रेंसिंग के ज़रीया इस इजलास में हिस्सा लिया।

एक सरकारी तर्जुमान ने कहा कि सेलाब से इस रियासत के चंद हिस्सों में रेलवे पटरियों को भारी नुक़्सान पहूँचा है। तर्जुमान ( spokes person) ने मज़ीद कहा कि रियासत में ग़दा ( आने वाले कल) का ख़ातिरख़वाह ज़ख़ीरा ( भंडार) मौजूद है।

कज़ी हुकूमत ने भी इस सूरत-ए-हाल से निमटने रियासत को मुम्किना मदद फ़राहम करने का वायदा किया है। मर्कज़ी काबीनी सेक्रेटरी की तरफ़ से तलब कर्दा इजलास में मोतमिद दाख़िला आर के सिंह, मोतमिद दिफ़ा शशी कांत शर्मा, मोतमिद सेहत पी के प्रधान, मोतमिद आबी वसाइल डी वी सिंह, रेलवे बोर्ड के सदर नशीन वी के मित्तल, बॉर्डर रोड्स आर्गेनाईज़ेशन के डायरेक्टर जनरल एस रवी शंकर और दूसरों ने शिरकत की।

वज़ारत-ए-दाख़िला ( गृह मंत्री) ने आफ़ात समावी से निमटने वाली क़ौमी फ़ोर्स (नैशनल डीज़ास्टर रिस्पांस फोर्सेस) के 548 अफ़राद पर मुश्तमिल 15 टीमों को 60 कश्तीयों ( नावों) और दीगर ( अन्य/ दूसरी) ज़रूरी आलात-ओ-सामान के साथ तैनात कर दिया है जो आसाम के सैलाब ज़दा अज़ला ( जिलों) में राहत-ओ-इमदाद की कार्यवाईयों में मुक़ामी हुक्काम की इआनत करेंगी।

आसाम के 22 अज़ला में वाक़्य ( मौजूद) 2,084 गांव सैलाब की बदतरीन ज़द में हैं जिसके नतीजा में दीगर नुक़्सानात के इलावा 43,400 हेक्टर अराज़ी पर मुहीत ( खेतों में व्यापक) खड़ी फ़सलें तबाह हो गई हैं। सैलाब के मुतास्सिरीन की मदद के लिए 173 रीलीफ़ कैंपस क़ायम किए गए हैं।

ज़ेर-ए-आब मुक़ामात ( पानी मे डूबे स्थानो) पर फंसे हुए लोगों के लिए ग़िज़ाई पाकेटस ( खाने के पैकेट्स्) बरसाने के लिए हेली कापटर्स तैनात किए गए हैं