मूसलाधार बारिश ने गुज़शता हफ़्ता आसामी अवाम (जनता) को राहत पहुंचाई जिससे दरयाए ब्रह्मपुत्रा और इस की मुआविन (सहायक/ आस पास की) नदियों की सतह आब में इज़ाफ़ा हुआ जब कि दूसरी तरफ़ बालाई और ज़ीरीं आसाम के मुतअद्दिद अज़ला ( कुछ राज्यो) में मुतअद्दिद गावं ( कुछ् गावँ) और खेत ज़ेर ए आब ( पानी से भर गये) हो गए ।
सरकारी ज़राए ( सूत्रों) ने बताया कि जिन अज़ला ( जिलो) में दरयाए ब्रह्मपुत्रा और इसकी मुआविन ( सहायक) नदियों की सतह आब ( पानी की सतह) में इज़ाफ़ा हुआ है इन में (तनशकया, डिब्रूगढ़, काम रूप, उडल गिरी. धेमाजी और ढोबरी) शामिल हैं ।
इन इलाक़ों में मूसलाधार बारिश की वजह से दरयाए ब्रह्मपुत्राकी आबी सतह में इज़ाफ़ा का सिलसिला जारी है जिन में से सबसे ज़्यादा मुतास्सिर ( प्रभावित) मवाज़आत में (ढहदिया सरीसोटी तैंगा बारी करोमि और मोहमोरा) के नाम काबिल-ए-ज़िकर हैं ।
गुज़शता रोज़ मुंबई में हुई बारिश ने भी अपनी आमद (आने )का एहसास दिलाया दिया है । आप बख़ूबी जानते होंगे कि आसाम का चेरापूंजी वो इलाक़ा है जो दुनिया में सब से ज़्यादा बारिश के लिए मशहूर है ।