आसाम में नसली तशद्दुद का शिकार मुसलमानों की तालीमी तरक़्क़ी और उन्हें पेशा वाराना तर्बीयत की फ़राहमी के लिए रोज़नामा सियासत ने अपनी मसाई(कोशिश) का आग़ाज़ किया है । जुलाई में हुए भयानक फ़सादात में लाखों मुसलमान बे घर होगए थे और दो लाख से ज़ाइद अफ़राद मुख़्तलिफ़ पनाह गज़ीन कैम्पों में क़ियाम पर मजबूर होगए थे ।
रोज़नामा सियासत की टीम ने जनाब ज़हीर उद्दीन अली ख़ान की क़ियादत में आसाम के मुतास्सिरा इलाक़ों का दौरा किया और पनाह गज़ीन कैम्पों में मुक़ीम अफ़राद से मुलाक़ात की। उन्हों ने वहां मुसलमानों की इमदाद और उन की फ़ौरी ज़रूरत के बारे में मालूमात हासिल कीं ।
उन की रिपोर्ट की बुनियाद पर रोज़नामा सियासत ने मिल्लत फ़ंड में क़ारईन सियासत की जानिब से जमा की गई रक़म को आसाम के मुसलमानों की तालीमी तरक़्क़ी पर ख़र्च करने का फ़ैसला किया है ।
इस फ़ैसले के तहत मुतास्सिरा दो अज़ला चेरान और बिलास पूर में रोज़नामा सियासत ने 4 कोचिंग सैंटरस क़ायम किए हैं जिन में नौजवानों को मुख़्तलिफ़ इमतिहानात की कोचिंग दी जाएगी जब कि ख़वातीन को मुख़्तलिफ़ फ़न्नी कोर्सेस में तर्बीयत देते हुए उन्हें ख़ुद मुकतफ़ी बनाया जाएगा ।
इन ट्रेनिंग कैंपस की निगरानी और एहतिमाम के लिए मिस्टर के एन बैग सियासत के नुमाइंदा की हैसियत से आसाम रवाना होगए हैं । दोनों अज़ला में शुरू करदा कैंपस के बारे में मुसलमानों में काफ़ी जोशोख़रोश पाया जाता है और मुक़ामी मुसलमान सियासत के इस इक़दाम पर मुसर्रत का इज़हार कर रहे हैं ।
ट्रेनिंग के दौरान उम्मीदवारों को तमाम ज़रूरी कुतुब फ़राहम किए जाऐंगे । सियासत के इन कोचिंग सैंटरस के आग़ाज़ के बाद आसाम के दीगर इलाक़ों से भी कोचिंग सैंटरस के क़ियाम के लिए नुमाइंदगीयाँ वसूल होरही हैं ।