आसाराम और शिवा 11 अक्तूबर तक जेल में रहेंगे

नाबालिग से रेप के इल्ज़ामात से जूझ रहे आसाराम को 11 अक्तूबर तक जेल में ही रहना होगा। अदालती हिरासत की मुद्दत पूरी होने पर आसाराम और उनके खास खादिम शिवा को जोधपुर जिला व सेशन अदालत में पेश किया गया, जहां से दोनों को 11 अक्तूबर तक के लिए अदालती हिरासत में जोधपुर सेंट्रल जेल भेज दिया गया।

इधर, हाईकोर्ट में आसाराम की जमानत की अर्जी पर सुनवाई मंगल के दिन होगी। जेल में एक महीने से बंद आसाराम को जैसे ही निचली अदालत में पेश किया गया, तभी उनके वकील ने जमानत की गुहार लगाई, लेकिन जस्टिस ने इस मांग को नामंजूर कर दिया।

इधर, आसाराम की जमानत अर्जी को लेकर हाईकोर्ट में इस्तेगासा(Prosecutors) की बहस पूरी होने के बाद आसाराम के वकील राम जेठमलानी ने कुछ सुबूत और इकट्ठे करने के लिए वक्त मांगा था, जिस पर हाईकोर्ट ने अगली सुनवाई एक अक्तूबर को तय की थी।

जेठमलानी ने इस मामले में आसाराम को जानबूझकर फंसाए जाने का इल्ज़ामात लगाते हुए मुतास्सिरा के बालिग होने, देरी से दर्ज की गई एफआईआर में सुबूतों को गलत तरीके से पेश करने, मुतास्सिरा के ज़हनी बिमारी से मुतास्सिर होने जैसे कई दावे किए थे। इसी मामले में उन्हें अदालत में सुबूत पेश करने हैं।

आसाराम के मध्य प्रदेश में छिंदवाडा वाकेय् गुरुकुल के हास्टल की वार्डन शिल्पी को अदालत ने फिर तीन दिन की पुलिस रिमाण्ड पर भेजा है। पुलिस ने अदालत से 5 दिन की पुलिस रिमाण्ड मांगी थी, लेकिन अदालत ने 3 अक्तूबर तक के लिए ही पुलिस रिमाण्ड कुबूल की।

पुलिस ने अदालत से कहा कि इस मामले में शिल्पी से कुछ और अहम जानकारियां लेनी है और मामले से जुड़े हकायक और सुबूतों का वेरिफिकेशन करना है।

अदालत में आसाराम का मामला शुरू होने से पहले ही उनके हामियों ने हंगामा किया और पुलिस से झड़प भी हो गई और हामियो को पुलिस ने हलकी ताकत का इस्तेमाल कर उन्हें खदेड़ा डाला |

कुछ हामी अदालत में भी घुस गए थे, जिन्हें पुलिस ने बाहर निकाला। कुछ हामी ज़ख़्मी भी हो गए। आसाराम के सेशन कोर्ट में आने से पहले ही उनके सैकड़ों हामी कोर्ट के अहाते के पास बड़ी तादाद में इकट्ठे हो गए थे।

पुलिस सूत्रों के अनुसार शिल्पी ने रिमांड के दौरान खुद पर लगे इल्ज़ामात को कुबूल किया है और आसाराम से जुड़े कुछ अहम खुलासे भी किए हैं। शिल्पी ने पुलिस को बताया कि उसने जून में हरिद्वार में इसी तालिबा को आसाराम से मिलवाया था।

उस दौरान भी आसाराम ने मुबय्यना तौर पर छेड़छाड़ की कोशिश की। पुलिस ज़राए के मुताबिक शिल्पी ने माना है कि 19 अगस्त को तालिबा का रेप एक साजिश थी, जिसके लिए मुतास्सिरा पर भूत का साया बताकर आसाराम से पूजा पाठ करवाने की कहानी गढ़ी गई थी। शिल्पी ने माना है कि इसी मामले में शिवा और आसाराम के रसोइये से वह मोबाइल के जरिए राबिते में रही थी।

———बशुक्रिया: अमर उजाला