आसाराम का एक और मुतनाज़ा रिमार्क

नई दिल्ली, 09 जनवरी (पी टी आई) दिल्ली गैंग रेप की शिकार लड़की के ख़िलाफ़ अपने रिमार्क पर ग़म-ओ-ग़ुस्सा से बेपरवाह आसाराम बापू ने आज अपने तब्सिरों को हक़ बजानिब ठहराना चाहा और उन पर तन्क़ीद करने वाले तमाम लोगों को भोंकने वाले कुत्तों से ताबीर किया।

बादअज़ां उन्होंने अपने तुर्श लहजा में क़दरे नरमी बरतने की कोशिश में कहा अगर आप मेरी मज़हबी बातें 15 मिनट सुन लें और कुछ तब्दीली का एहसास ना हो तो बेशक में माज़रत ख़्वाही करूंगा। आसाराम ने कहा में कोई भी अश्ख़ास के ताल्लुक़ से बुरा नहीं सोच सकता जो हयात हैं। फिर मैं किस तरह उनके ताल्लुक़ से ख़राब सोच सकता हूँ जो मुर्दा हैं।