आसाराम की मेहमान नवाज़ी, जेल सुप्रीटेंडेंट खिला रहे खाना

नरेंद्र शर्मा, जयपुर, 5 सितंबर: नाबालिग से इस्मतरेज़ि के इल्ज़ाम में जेल पहुंचने के बावजूद आसाराम बापू के शान-शौकत में कोई कमी नहीं आई है। मरकज़ी हुकूमत के कड़े रुख व वज़ीर ए आला अशोक गहलोत के साफ तौर पर हुक्म के बाद भी जोधपुर जेल इंतेज़ामिया उनकी मेहमान नवाज़ी में जुटा है। आसाराम ने बुध की सुबह गंगा के पानी से गुस्ल किया और जेल के अपने कमरे में गंगा का पानी छिड़का। जेल सुप्रीटेंडेंट ने अपने घर से पानी की बाल्टी मंगवाई, जिसमें आसाराम ने गंगा का पानी डालकर गुस्ल किया ( नहाया) ।

मंगल की रात जेल का स्टाफ जब दूसरे कैदियों की तरह उनके पास दाल-रोटी लेकर गया तो आसाराम ने खाने से इन्कार कर दिया। जेल सुप्रीटेंडेंट राकेश मोहन शर्मा उन्हें एक घंटे तक मनाने की कोशिश करते रहे, लेकिन वे नहीं माने। आखिरकार शर्मा ने अपने घर से दलिया मंगवाया। शर्मा आसाराम के जेल पहुंचने के बाद से ही उनकी खिदमत में जुटे हैं। पहले दिन भी उन्होंने आसाराम की मेहमान नवाज़ी में कोई कमी नहीं रखी थी। मंगल की रात को शर्मा ने अपने घर से आसाराम के लिए दलिया और दूध मंगवाया।

बुध की सुबह आसाराम की खाहिंश पर अनार और दूध नाश्ते में दिया गया। उन्होंने दोपहर का खाना नहीं खाया। हालांकि वज़ीर ए आला अशोक गहलोत ने फिर दोहराया कि कानून सबके लिए बराबर है। वज़ारत ए दाखिला भी कह चुका है कि आसाराम के साथ आम लोगों जैसा सुलूक किया जाए। लेकिन हुक्म के बावज़ूद की जेल इंतेज़ामिया को कोई परवाह नहीं।

आसाराम के खास खादिम शिवा ने पूछताछ में जोधपुर पुलिस को बताया है कि आसाराम अपने आसपास खूबसूरत ख्वातीन खादिम को रखना पसंद करते हैं। लेकिन अच्च्छे सेहत वाले मर्द खादिम को वह अपने बहुत करीब नहीं आने देते। आसाराम कई ख्वातीन से अकेले में मिलते थे। शिवा ने बताया कि शाहजहांपुर से बापू के शागिर्द और उनकी बेटी के जोधपुर आने की पहले खबरउसी ने दी थी। शिवा ने यह भी माना कि लड़की पर किसी भूत प्रेत होने की बात कहकर उसे यहां बुलाया गया था।