आसाराम की राजदार शिल्पी ने किया सरेंडर

जोधपुर, 26 सितंबर: नाबालिग से जिंसी इस्तेहसाल के इल्ज़ाम में जोधपुर जेल में बंद आसाराम की मुश्किलें बढ़ने वाली हैं | उनकी करीबी रह चुकी छिंदवाड़ा आश्रम की वार्डन शिल्पी ने Anticipatory bail खारिज होने के बाद बुध के दिन जोधपुर हाईकोर्ट में खुदसुपुर्दगी (सरेंडर)की शिल्पी को 24 घंटे की पुलिस रिमांड में भेज दिया गया |

जांच एजेंसियों के मुताबिक शिल्पी ने ही नाबालिग लड़की को आसाराम के पास भेजा था और शिल्पी ने ही लड़की को ये कहा था कि उसपर भूत प्रेत का साया है जिसे सिर्फ आसाराम ही ठीक कर सकते हैं |

पुलिस की मानें तो शिल्पी ने ही लड़की के वालिदैन को भी इस बात पर राजी कर लिया था कि वो लड़की को आसाराम के पास इलाज के लिए ले जाएं | मोबाइल कॉल डिटेल से भी ये साफ हो चुका है कि 6 अगस्त से 16 अगस्त के बीच शिल्पी आसाराम और उनके ज़ाती खादिम के मुसलसल राबिते में रही थी.

इतना ही नहीं खबरों के मुताबिक जून 2012 में जब पहली मर्तबा मुतास्सिरा हरिद्वार में आसाराम से मिली थी तब शिल्पी हरिद्वार आश्रम में ही थी उसके बाद मुतास्सिरा को जाल में फांसने के लिए ही उसे छिंदवाड़ा आश्रम का वार्डन बनाया गया था |