आसाराम नहीं होंगे पेश? गिरफ्तारी के लिए बनी टीम

नाबालिग लड़की से जिंसी इस्तेहसाल के इल्ज़ाम में फंसे आसाराम बापू को पेश होने के लिए जोधपुर पुलिस की ओर से मिली मोहलत का आज आखिर दिन है। पुलिस ने उनकी गिरफ्तारी के लिए टीम बना दी है और साफ किया है कि आसाराम आज पेश नहीं होते हैं, तो उनकी गिरफ्तारी के लिए टीम शनिवार को रवाना हो जाएगी। दूसरी तरफ, आसाराम की तरफ से कहा गया है कि उनके समधी की मौत हो गई और पुलिस के सामने पेश होने के लिए और 15 दिनों की मोहलत चाहिए। इस बीच जांच में सामने आया है कि लड़की बीमार थी ही नहीं। उसकी बीमारी के बहाने माता-पिता पर लड़की को जोधपुर ले जाने का दबाव बनाया गया था।

पुलिस मान रही है कि आसाराम नहीं आएंगे, इसलिए उनकी गिरफ्तारी के लिए एसीपी चंचल मिश्रा की कियादत में तीन थानेदारों की टीम बना दी गई है। हफ्ते की सुबह आसाराम जहां भी होंगे, उन्हें गिरफ्तार करने के लिए टीम रवाना हो जाएगी। जोधपुर के पुलिस कमिश्नर बीजू जॉर्ज जोसेफ ने कहा कि अगर वह पेश न हुए तो हम 31 अगस्त को उन्हें गिरफ्तार करने के लिए टीम रवाना करेंगे।

उधर, छिंदवाड़ा गुरुकुल की वॉर्डन शिल्पी, मैनेजर शरदचंद्र और आसाराम के खास मुलाज़िम शिवा को जुमेरात की रात तक पुलिस के सामने पेश होना था, लेकिन ये तीनों पेश नहीं हुए। पुलिस तीनों की गिरफ्तारी के लिए भी टीमें भेजेगी।

डीसीपी अजयपाल लांबा के मुताबिक, शिल्पी और शरदचंद्र ने 16 साल की मुतास्सिरा को मुबय्यना तौर पर बुरे साये से बचाने के लिए जोधपुर भेजा था। आश्रम में 15 अगस्त की रात उसे कमरे में अकेले रखने को कहा गया था और शिवा पर इल्ज़ाम है कि उसने लड़की को मुंह न खोलने की धमकी दी थी। इस मामले में जांच आफीसर चंचल मिश्रा ने बताया कि शिल्पी, शरदचंद्र और शिवा ने पेश न होने के बारे में पुलिस को जवाब भेजे हैं।

शिवा ने मेडिकल सर्टिफिकेट फैक्स करके बीमार होने की वजह से पेश होने में नाअहली जताई है, जबकि शिल्पी और शरदचंद्र का कहना है कि जोधपुर पुलिस छिंदवाड़ा में उनसे पूछताछ कर चुकी है, लिहाजा वे जोधपुर नहीं आएंगे। इन दोनों ने अपने जवाब में कहा है कि पुलिस को और पूछताछ करनी है तो छिंदवाड़ा आकर कर सकती है।

अब तक की जांच में यह बात भी सामने आई है कि जिंसी इस्तेहसाल का इल्ज़ाम लगाने वाली छिंदवाड़ा गुरुकुल की नाबालिग स्टूडेंट बीमार थी ही नहीं। पुलिस को उसके बीमार होने या इलाज कराए जाने के कोई सुबूत नहीं मिले हैं। शक है कि लड़की की बीमारी के बहाने उसके वालिदैन पर जोधपुर ले जाने का दबाव बनाया गया। इल्ज़ाम है कि जोधपुर में इलाज के बहाने आसाराम ने उसमें दैवी ताकते डालने की बात कहते हुए उसके साथ गलत हरकतें की थी। डीसीपी अजयपाल लांबा ने का कहना है कि कि गुरुकुल में मुतास्सिरा के बीमार होने का कोई रिकॉर्ड नहीं मिला है। ऐसी बातें सामने आई है कि यह हरकत खुदसुपुर्दगी कराने जैसी कोशिश थी।

—————बशुक्रिया: नव भारत टाइम्स