उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर की एक नाबालिग लड़की से रेप के जुर्म में आसाराम को उम्रकैद की सजा होने के बाद आज पहली बार उनकी बेटी भारती मीडिया के सामने आईं। हालांकि भारती ने खुद को आसाराम से पूरी तरह अलग कर लिया और कहा कि उनसे उनके पिता आसाराम के बारे में कुछ न पूछा जाए।
भारती यहां गांधीनगर कोर्ट में पेश होने आई थीं। गौरतलब है कि सूरत की दो सगी बहनों ने भी आसाराम और उसके बेटे नारायण साईं पर रेप का आरोप लगाया है, जिसका मुकदमा यहां चल रहा है। इस मामले में आसाराम, नारायण साईं के अलावा भारती और आसाराम की पत्नी लक्ष्मी भी आरोपी हैं।
भारती और लक्ष्मी पर आसाराम और आसाराम को महिला आश्रम की लड़कियां पहुंचाने का आरोप है। फिलहाल भारती जमानत पर रिहा चल रही हैं। गांधीनगर कोर्ट में चल रहे इस मामले में अब तक 28 गवाहों के बयान दर्ज हो चुके हैं।
भारती ने पिता आसाराम के मामले में आए जोधपुर कोर्ट के फैसले पर कहा कि आसाराम के मामले में सारे फैसले उनकी लीगल टीम ही लेती है और उन्हें इस संबंध में कुछ नहीं बताया जाता।
भारती से जब पूछा गया कि आसाराम के मामले में अब आगे क्या होगा तो उन्होंने कहा, ‘बापू (आसाराम) की जोधपुर लीगल टीम ही जाने आगे क्या करना है। हमें नहीं पता वो क्या करेंगे, हमें नहीं बताते। आप मेरे बारे में पूछिए, बापू के बारे में उनको ही पूछें।
बता दें कि आसाराम और नारायण साईं के जेल जाने के बाद करीब पिछले चार साल से आसाराम के देशभर में फैले 400 आश्रमों और उनके अरबों के साम्राज्य की देखरेख भारती ही कर रही हैं। संत श्री आसारामजी ट्रस्ट का मैनेजमेंट भी भारती ही संभाल रही हैं।
खुद को आसाराम से अलग करते हुए भारती ने कहा, ’17 वर्षों से मैं बापू (आसाराम) से अलग रहकर काम कर रही हूं। मेरी एक्टिविटीज भी अलग हैं।
न मैं उनके (आसाराम) साथ हूं, न उनकी एक्टिविटी के साथ। आश्रम के लोग समझते हैं कि हम बापू (आसाराम) से अलग हैं और दुनिया समझती है कि हम बापू के साथ हैं। हम तो सैंडविच हो गए हैं।