आसाराम मुक़द्दमा: राजस्थान हुकूमत पर सी पी आई एम की तन्क़ीद

राजस्थान एसेंबली में आज आसाराम बापू के ख़िलाफ़ एक नाबालिग़ लड़की के मुक़द्दमा की गूंज सुनाई दी जब कि सी पी आई एम के रुक्न एसेंबली ने रियास्ती पुलिस की उनके ख़िलाफ़ कोई कार्रवाई ना करने पर हुकूमत पर तन्क़ीद की।

आसाराम एक नाबालिग़ लड़की की मुबय्यना इस्मत रेज़ि के बाद रियासत राजस्थान से बाहर चले गए लेकिन पुलिस ने उन्हें रोकने केलिए कोई कार्रवाई नहीं की। सी पी आई एम के रुक्न हमरा राम ने कहा कि नाबालिग़ लड़कियों को मज़हबी सरगर्मियों के बहाने जुल्म‌ का सामना है।

उन्होंने सवाल किया कि क्या रियास्ती हुकूमत आसाराम के ख़िलाफ़ कार्रवाई को यक़ीनी बनाना नहीं चाहती। इसे पहले रियासत में नज़म-ओ-क़ानून की सूरत-ए-हाल पर एसेंबली इजलास से ख़िताब करते हुए क़ाइद अपोज़ीशन बी जे पी के रुक्न जी सी कटारिया ने कहा था कि अशोक गहलोत‌ की हुकूमत ने रियासत में नज़म-ओ-क़ानून की सूरत-ए-हाल इतनी अबतर होचुकी है कि हालिया क़ौमी जराइम रिकार्ड के मुताबिक‌ मुल्क गीर सतह पर राजस्थान का मुक़ाम दूसरा है जबकि पहले मुक़ाम पर रियासत महाराष्ट्रा है।

जराइम के लिहाज़ से शहर जय पूर तीसरे मुक़ाम पर है और ख़वातीन पर मज़ालिम के एतबार से राजस्थान मुल्क में तीसरे मुक़ाम पर है। मआशी जराइम की शरह 24.13 फ़ीसद है जबकि दलितों पर मज़ालिम के वाक़ियात 7.5 फ़ीसद है जिस का क़ौमी औसत 2.9 फ़ीसद है।

उन्हों ने इल्ज़ाम आइद किया कि राजस्थान में 64 हज़ार से ज़्यादा जराइमपेशा होचुके हैं। अपने जवाब में रियास्ती वज़ीर-ए-दाख़िला वीरेंद्र बेनीवाल ने ऐवान से कहा कि इत्तलाआती टैक्नोलोजी साइबर जराइम को कुचलने केलिए इस्तिमाल की जा रही है जिस की वजह से दलितों पर मज़ालिम की तादाद में कमी आई है।

हर ज़िला में दलितों पर मज़ालिम के इंसिदाद के लिए एक शोबा क़ायम किया गया है। ताहम उन्होंने आसाराम मुक़द्दमा पर कोई तबसरा नहीं किया। आसाराम बापू पर मुक़द्दमा के ख़िलाफ़ उनके हामियों ने आज जनतादल (यू) के सदर शरद यादव की क़ियाम के रूबरू भी एहतिजाजी मुज़ाहरा किया है।