इशरत जहां एनकाउंटर मामले में ज़मानत पे रिहा रिटायर्ड आईपीएस अफ़सर डी जी वंज़ारा ने आज मांग की कि आसाराम बापू और साध्वी प्रज्ञा जैसे आरोपियों को छोड़ दिया जाये, उन्होंने कहा कि आसाराम को फंसाया जा रहा है. शोहराबुद्दीन शेख, तुलसी प्रजापति और इशरत जहां मामले में क़ानून की गलियाँ छान रहे वंज़ारा को बहुत दिनों बाद गुजरात जाने की इजाज़त मिली है.
गुजरात असेंबली चुनावों में लड़ने की बात पर इशारतन उन्होंने कहा कि वो इलेक्शन लड़ेंगे और इलेक्शन के वक़्त पता चलेगा कि वो कौन सी पार्टी से लड़ेंगे.
तमाम तरह के विवादों में घिरे और गंभीर इलज़ाम झेल रहे वंज़ारा को क़ानून का ख़याल करते हुए बात चीत करना चाहिए लेकिन शायद कुछ लोगों को क़ानून से खेलने में मज़ा आने लगा है.