आसिफ़ ज़रदारी का 8 अप्रैल को दौरा अजमेर शरीफ़

सदर-ए-पाकिस्तान आसिफ़ अली ज़रदारी इम्कान है कि 8 अप्रैल को अजमेर शरीफ़ का दौरा करेंगे और दरगाह हज़रत ख़्वाजा मुईन उद्दीन चिश्ती ( रह०) पर हाज़िरी देंगे। नई दिल्ली में ज़ुहराना के वक़्त वज़ीर-ए-आज़म मनमोहन सिंह से भी मुलाक़ात होगी ।

2005 के बाद से पाकिस्तान के सरबराह का ये पहला दौरा हिंदूस्तान होगा जब सदर परवेज़ मुशर्रफ़ नई दिल्ली आए थे । सदर आसिफ़ ज़रदारी ने नई दिल्ली में ज़ुहराना में शिरकत करने वज़ीर-ए-आज़म मनमोहन सिंह की दावत को कुबूल कर लिया है ।

सदर के ख़ानगी दौरा के सिलसिले में एक दरख़ास्त हिंदूस्तान से रुजू की गई है, ताहम दौरा की तारीख़ को हनूज़ क़तईयत नहीं दी गई। हकूमत-ए-पाकिस्तान के ज़राए ने पी टी आई को ये बात बताई । दूसरी तरफ़ दिल्ली में ज़राए का कहना है कि आसिफ़ अली ज़रदारी 8 अप्रैल को दौरा करेंगे।

पाकिस्तानी ज़राए ने बताया कि सदर का इरादा बिलकुल ख़ानगी नौईयत का होगा। उसे किसी तरह भी सयासी नौईयत का ना समझा जाए, लेकिन इस मौक़ा पर हिंदूस्तानी क़ाइदीन से ज़रदारी की मुलाक़ात का इम्कान मुस्तर्द नहीं किया जा सकता। सदर के तर्जुमान फ़र्हत उल्लाह बाबर ने इस बात की तौसीक़ की है कि ज़रदारी ने दरगाह हज़रत अजमेर शरीफ़ पर हाज़िरी की ख़ाहिश ज़ाहिर की।

इस ज़िमन में सिफ़ारती सतह पर हकूमत-ए-हिन्द को दरख़ास्त रवाना की जा रही है। उन्होंने कहा कि ताहाल दौरा की तारीख़ को क़तईयत नहीं दी गई है। सदर के एक और साथी ने अपनी शनाख़्त मख्फ़ी रखने की ख़ाहिश पर बताया कि ज़रदारी के इस दौरा के लिए गुज़श्ता एक साल से कोशिश जारी है।

दरअसल गुज़श्ता साल ही आसिफ़ ज़रदारी दरगाह हज़रत अजमेर शरीफ़ पर हाज़िरी के ख़ाहां थे। इनका ये दौरा बिलकुल ख़ानगी नौईयत का है ताहम हकूमत-ए-हिन्द इस मौक़ा पर बाअज़ सयासी मुज़ाकरात की भी ख़ाहां है। आसिफ़ अली ज़रदारी की वज़ीर-ए-आज़म मनमोहन सिंह से आख़िरी मुलाक़ात 2009 में रूस में एस सी ओ चोटी इजलास के मौक़ा पर हुई थी।

हकूमत-ए-हिन्द के ज़राए का ये एहसास है कि हिंदूस्तान और पाकिस्तान के माबैन मौजूदा रवाबित को देखते हुए ज़रदारी के दौरा के मौक़ा पर बाअज़ अहम फ़ैसले किए जा सकते हैं। दोनों ममालिक ने बाहमी रवाबित को बेहतर बनाने के लिए कई इक़्दामात किए हैं और बिलख़सूस तिजारती शोबा में नुमायां पेशरफ़त की है। सदर आसिफ़ ज़रदारी उसी दिन ईस्लामाबाद वापस होंगे ।