रामपूर । 3 जुलाई । ( पी टी आई ) एक मुक़ामी अदालत ने हुकूमत यू पी की एक दरख़ास्त मुस्तर्द करदी जिस के तहत रियासती वज़ीर-ओ-समाजवादी पार्टी क़ैद-ए-आज़म ख़ान के ख़िलाफ़ मुबय्यना नफ़रत अंगेज़ तक़रीर करने और साबिक़ चीफ मिनिस्टर मायावती के ख़िलाफ़ इहानत अंगेज़ ज़बान इस्तेमाल करने के 2007 के मुक़द्दमे से दसतबरदारी इख़तेयार करने की इजाज़त देने की ख़ाहिश की गई थी ।
चीफ जुडिशिय्ल मजिस्ट्रेट बी के पांडे ने रियासती हुकूमत की दरख़ास्त मुक़द्दमे से दसतबरदारी के सिलसिले में मुस्तर्द करदी । ये मुक़द्दमा मायावती हुकूमत के दौरान रियासती पुलीस ने आज़म ख़ान के ख़िलाफ़ दायर किया था । जज ने कहा कि फ़र्द-ए-जुर्म में जो दफ़आत दर्ज हैं इन में और हुकूमत की दरख़ास्त में कई कोताहियां मौजूद हैं।