आज़ाद फ़लस्तीन से कम कुछ नहीं चाहिये, महमूद अब्बास का अल्टीमेटम

न्यूयार्क।9 सितंबर ( राइटर्स) फ़लस्तीनी अथॉरीटी के सदर महमूद अब्बास ने आज बैन-उल-अक़वामी बिरादरी को अल्टीमेटम दिया है कि उन्हें आज़ाद ममलकत फ़लस्तीन के से कम कुछ नहीं चाआई। उन्हों ने फ़लस्तीनी रियासत को अक़वाम-ए-मुत्तहिदा की मुकम्मल रुकनीयत देने से मुताल्लिक़ अपने मंसूबा पर अटल मौक़िफ़ को दुहराया। ताहम कहा कि अमरीका और इसराईल उन की कोशिशों की मुख़ालिफ़त कररहे हैं जिस की वजह से एक संगीन सूरत-ए-हाल पैदा होगई ही। मिस्टर महमूद अब्बास न्यूयार्क में अक़वाम-ए-मुत्तहिदा की जनरल असैंबली के इजलास से ख़िताब के लिए रवानगी के दौरान अख़बारी नुमाइंदों से बातचीत कररहे थे। उन्हों ने कहा कि अमरीकी और योरोपी हुकूमतों ने उन्हें मतला किया है कि आज़ाद फ़लस्तीन के मुतालिबा पुर इसरार से सूरत-ए-हाल बिगड़ सकती है लेकिन वो इस मुतालिबा पर इस लिए बज़िद हैं कि अमन मुज़ाकरात के ज़रीया आज़ाद रियासत फ़लस्तीन के क़ियाम का अमल इंतिहाई सुस्त रवी का शिकार है जिस से फ़लस्तीनी अवाम में मायूसी पैदा होरही है। इसराईल के ज़ेर-ए-क़ब्ज़ा मग़रिबी किनारे पर हुक्मराँ फ़लस्तीनी अथॉरीटी अपनी बक़ा केलिए बैन-उल-अक़वामी मालीयाती इमदाद पर इन्हिसार करती हैं लेकिन इस अथॉरीटी के सदर महमूद अब्बास ने वाज़िह करदिया है कि अमरीका और यूरोप की हुकूमतों ने ये इशारा ज़रूर दिया है कि फ़लस्तीन को अक़वाम-ए-मुत्तहिदा में मुकम्मल रुकनीयत देने के मुतालिबा से सूरत-ए-हाल बिगड़ सकती है लेकिन किस हद तक बिगड़ सकती है इस का बाद में पता चलेगा। उन्हों ने कहा कि अमरीका और इसराईल चाहते हैं कि अमन कोशिशें महिज़ अमरीका की निगरानी में बाहमी मुज़ाकरात तक महिदूद रहे। लेकिन ये मुज़ाकरात फ़लस्तीन को अक़वाम-ए-मुत्तहिदा में रुकनीयत दिलाने में नाकाम साबित होचुके हैं। लेकिन अब हम ने रुकनीयत हासिल करने के लिए क़दम उठाने का फ़ैसला करहि लिया है जिस पर हमारे ख़िलाफ़ एक हंगामा खड़ा करदिया गया ही। मिस्टर महमूद अब्बास ने कहा कि जुमा को जनरल असैंबली से ख़िताब के दौरान वो अक़वाम-ए-मुत्तहिदा में फ़लस्तीन के लिए मुकम्मल रुकनीयत की दरख़ास्त पेश करेंगी। ताहम अमरीका ने उन की इस दरख़ास्त की मुख़ालिफ़त करने का ऐलान करदिया है।