इंगलैंड यूरो 2012 के नाक आउट राउंड में एक मुक़ाम के लिए हनूज़ अपनी राह पर गामज़न है जबकि उन्होंने पिछड़ने के बाद वापसी करते हुए यहां 3-2 की फ़तह के ज़रीये स्वीडेन को इस टूर्नामेंट से ख़ारिज कर दिया। मैनचेस्टर यूनाईटेड स्ट्राईकर डैनी वेलबेक ने इंगलैंड के लिए 78 वें मिनट में विनर स्कोर किया जबकि मुतबादिल थाईओ वालकाट ने कल मुनाक़िदा ( आयोजित) इस ग्रुप D मुक़ाबले को अपनी टीम के हक़ में हैरानकुन तौर पर मोड़ दिया था।
इंगलैंड की शानदार शुरूआत हुई थी जब वापस तलब कर्दा स्ट्राईकर एंडी कैरोल ने हेडर के ज़रीये 23 वें मिनट में इंग्लिश टीम को सबक़त ( बढत) दिलाई। लेकिन 49 मिनट पर गलन जॉनसन की तरफ़ से अज़खु़द गोल और इसके बाद 59 वें मिनट में ओल्फ मीलबर्ग के हेडर ने राय हाजसन की टीम के लिए तबाहकुन रात साबित होने का ख़तरा पैदा कर दिया था।
ताहम ( फिर भी/ यद्वपी) जेम्स मिलनर की जगह वालकाट को मुतबादिल बनाने पर खेल का नक़्शा बदल गया। आर्सेनल विंगर ने 64 वें मिनट में स्कोर मुसावी (बराबर) करने वाला गोल दाग़ कर स्कोर लाईन 2-2 कर दी और फिर अगले गोल की राह हमवार की जिस पर वेलबेक ने विनर स्कोर किया।
इंगलैंड की स्वीडन के मुक़ाबिल ( प्रतिद्वंद्वी) अव्वलीन मसह बिकती फ़तह का मतलब है कि वो अगले मंगल को शरीक मेज़बान यूक्रेन के ख़िलाफ़ अपने आख़िरी ग्रुप मैच में सिर्फ वाहिद प्वाईंट के साथ क्वार्टर फाइनल्स के लिए क्वालीफ़ाई हो जाएंगे। ताहम इंगलैंड मैनेजर हाजसन अपनी टीम की तरफ़ से वाज़िह बेहतरी देखना चाहेंगे क्योंकि स्वीडेन के ख़िलाफ़ जिस तरह गलतीयां की गईं और जिस तरह नाक़िस खेल भी देखने में आया, इसके पेशे नज़र इंग्लिश टीम को यूक्रेन के ख़िलाफ़ सिर्फ़ ड्रा की नीयत से मैदान नहीं सँभालना चाहीए।
वैसे इंगलैंड ने मैच की शुरूआत अच्छी की थी लेकिन इबतिदाई ( शुरूआती) वक़्त गुज़रने के बाद से इंग्लिश खिलाड़ियों के मयार में इन्हितात (कमी) देखा गया। दरीं असना स्वीडन को इंगलैंड गोल पर हमला के लिए 20 मिनट का इंतेज़ार करना पड़ा, जब कैप्टन ज़िला तन अब्राहीमवीच ने लॉंग रेंज वाला शॉट मारा जिसे जोव हार्ट ने आसानी से रोक दिया।