आला तालीम और रोज़गार पर वर्कशॉप , प्रोफेशनल कोर्स से पेशे को अपनाने पर ज़ोर ,ज़हीर बैग और चरण राजू का ख़िताब
इंजीनियरिंग कोर्स में दाख़िले हासिल करने से अच्छे इंजीनियर नहीं बनते ये एक अहम तरीन प्रोफेशनल कोर्स है। इस के लिये सख़्त मेहनत के साथ पढ़ाई करना चाहिए । इंजीनियरिंग कॉलेजस की बोहतात और इस में आसानी से दाख़िला और फीस री एम्बरस्म्मेंट की वजह तलबा की अक्सरियत इंजीनियरिंग कररही हैं।
इस के लिये उन्हें इस प्रोफेशनल कोर्स इस के ब्रांचस , अहमियत और निसाब से वाक़फ़ियत हासिल करते हुए पूरी यकसूई के साथ तालीम हासिल करना चाहिए । आई आई टी भी इंजीनियरिंग डिग्री सतह पर तालीम के इदारे हैं लेकिन यहां तालीम हासिल करने के बाद आलमी मीआर के अनजीनर बन जाते हैं और बाज़ तलबा मज़ाफ़ाती और देही इलाक़े जात में जहां तमाम फैकल्टी मैंबरस नहीं होते इंजीनियरिंग डिग्री हासिल कर के बेरोज़गार हैं और उन्हें अच्छी मुलाज़िमत का हुसूल भी मुश्किल है।
इंजीनियरिंग की आला तालीम और रोज़गार के मौक़े मुनाक़िदा एक रोज़ा वर्कशॉप में इन ख़्यालात का इज़हार माहिरीन ने यहां इंदिरा प्रिय दर्शनी ओर्डिटोरियम पब्लिक गार्डन में किया। मिस्टर ए राजू सी ई ओ ने अपने लेक्चर में इंजीनियरिंग ज़ेरे तालीम तलबा को दरपेश मसाइल और इस कोर्स से मुताल्लिक़ उनकी अदम दिलचस्पी को अमली तौर पर पेश किया।
कई तलबा इंजीनियरिंग तालीम हासिल करते हैं लेकिन उन्हें अपने ब्रांच इस के ख़द्द-ओ-ख़ाल इस के बाद क्या करना बिलकुल इल्म नहीं होता बाज़ तलबा से जब इंजीनियरिंग क्यों कररहे हैं का सवाल किया जाता तो वो कहते कि हमारे वालिद ने ज़बरदस्ती दाख़िले दिलवाया इस लिये कररहे हैं।
इंजीनियरिंग तालीम को अगर कोई तालिब-ए-इल्म हासिल कररहा है तो उस को पेशा नहीं बल्कि कोर्स की तकमील के बाद अच्छा इंजीनियर बने। नामवर साइंटिस्ट प्रोफेसर मिर्ज़ा ज़हीर बैग किंग फ़हद यूनीवर्सिटी आफ़ पैट्रोलियम सऊदी अरबिया ने अपने तो से ई लेक्चर में तलबा को दौरान कोर्स किस तरह पढ़ाई करें।
इस के बाद कामयाबी के गुर बताते हुए इंटरव्यू , साफ़्टस्कील , सी वी की तैयारी , ई मेल आई डी सहीह बनाने बॉडी लैंग्वेज के साथ इंटरव्यू में शिरकत करने इस के लिये ड्रेस कोड भी अहम होता है। आज का दौर जो असरी सहूलियात से आरास्ता है फेसबुक , वाट्स अप आम है।
इसका सहीह इस्तेमाल ज़रूरी है। इंजीनियरिंग तलबा इस से इस्तेफ़ादा अपने कोर्स के लिये भी करसकते हैं। मिस्टर मुहसिन ने इंग्लिश कम्युनिकेशन इस्कील पर ज़ोर दिया। जनाब अहमद बशीरुद्दीन फ़ारूक़ी रीटाइरड डिप्टी एजूकेशनल ऑफीसर ने सदारत की। और सदारती तक़रीर में इंजीनियर के लिये स्कोलरशिप हकूमत-ए-हिन्द के माली इमदाद की तफ़सीलात बताई।
मिस नौशीन ने बड़ी उम्दगी से निज़ामत फ़राइज़ अंजाम दिए। ख़्वाजा अली शोएब ने तमाम शुरका को मालूमाती कट और इसके शिरकत के लिये सर्टीफिकेट को पेश किया। इस एक रोज़ा वर्कशॉप का एहतेमाम मास्टर माईंडस एजूकेशनल एंड वेलफ़ेर सोसाइटी ने किया। इस मौक़े पर जनाब मुहम्मद इक़बाल , मुहम्मद मुनव्वर अली एस एम टकनो , मख़दूम अली हेड आफ़ डिपार्टमेंट शादां इंजीनियरिंग कॉलेज , एम ए हमीद कैरियर काउंसलर , मुहम्मद मीद मास्टर माईंड स्कूल और कई सरकरदा शख़्सयात मौजूद थे।
आख़िर में ख़्वाजा अली शोएब आर्गेनाईज़र और मिस नौशीन ने शुक्रिया अदा किया। इस मौक़े पर तमाम शुरका को अस्ना दात और मेहमानान को मोमनटोज़ अता किए गए।