इंजीनीयरिंग कालेजों की नशिस्तों की तादाद में कमी की तजवीज़

रियासत के इंजीनीयरिंग कालेजों के इंतिज़ामीया ने तजवीज़ पेश की है कि तालीमी साल 2013-14 से इंजीनीयरिंग सेट्स की तादाद 3 लाख 40 हज़ार से घटाकर 2 लाख कर दी जाए। ये इक़दाम तमाम इंजीनीयरिंग कालेजों में मेयार को बेहतर बनाने के लिए तज्रुबेकार, क़ाबिल फैकल्टी की फ़राहमी को यक़ीनी बनाने तजवीज़ किया गया है।

इस तजवीज़ से हुकूमत को हैरानी हुई क्योंकि अब तक कॉलिज इंतिज़ामीया नशिस्तों की तादाद में इज़ाफ़ा का मुतालिबा करता रहा है और हर साल नए इंजीनीयरिंग कालेजों के क़ियाम के लिए दरख़ास्तें वसूल होती रही हैं।

कालेजों की बोहतात से अब 710 इंजीनीयरिंग कालेजों  में नशिस्तों की तादाद 3 लाख 40 हज़ार है जबकि 2004 में सिर्फ़ 230 कालेज थे और नशिस्तों की तादाद मह‌ज़ 80 हज़ार थी। इस साल दाख़िलों के कई दौर मुकम्मल होने के बाद भी इस वक़्त तक़रीबन 2 लाख नशिस्तें ख़ाली हैं।