इंजीनीयरिंग कोर्सेस की फ़ीस के ताय्युन में देर होने की वजह से इमकान है के इस साल इंजीनीयरिंग कौंसलिंग में ताख़ीर(लेट) होगी। अगरचे कि ओहदेदार कौंसलिंग 17 जुलाई से शुरू करने का मंसूबा रखते हैं, ओहदेदार सुप्रीम कोर्ट की हालिया हिदायत के मुताबिक़ 240 कॉलिजेस की तरफ़ से दाख़िल किए गए सर्टीफ़िकेटस का जायज़ा ले रहे हैं।
इन कॉलिजेस का कहना है के इंजीनीयरिंग फ़ीस में इज़ाफ़ा किया जाना चाहीए और कोर्स की क्वालिटी के एतबार से मुख़्तलिफ़ कोर्सेस के लिए मुख़्तलिफ़ फ़ीस मुक़र्रर की जाय । कॉलिजेस में दस्तयाब इनफ़रास्ट्रक्चर की बुनियाद पर भी फ़ीस का ताय्युन किया जाय।
फ़ीस पर नज़रसानी के लिए दाख़िल की गई दरख़ास्तों में महिज़ 50 ता 60 फ़ीस दरख़ास्तों के साथ दरकार दस्तावेज़ात(दस्तावेज़ात) पेश की गई हैं।
बाक़ी दरख़ास्तों के साथ दरकार दस्तावेज़ात(दस्तावेज़ात) नहीं की गई हैं। ओहदेदारों ने कहा कि जब तक तमाम रेकॉर्ड्स पेश नहीं किए जाय दरख़ास्तों पर ग़ौर नहीं किया जा सकता।