इंडियन मुजाहिदीन के मुश्तबा दहशतगर्द मुहम्मद साक़िब अंसारी का क़रीबी बाएतेमाद साथी बरकत अली गिरफ़्तार

इंडियन मुजाहिदीन के मुश्तबा दहशतगर्द मुहम्मद साक़िब अंसारी का मुबय्यना क़रीबी बाएतेमाद साथी और मुआविन आज यहां गिरफ़्तार करलिया गया। अली इतवार के दिन पुलिस को चकमा देने में कामयाब होगया था। पुलिस की कई टीमें उसकी गिरफ़्तारी के लिए सरगर्म होगई थी। पुलिस के ओहदेदार ने कहा कि पुलिस को उसकी एक मकान पर आज सुबह आमद की ख़बर मिली थी

जिस के बाद पुलिस ने इस के मकान का मुहासिरा कर लिया और उसे गिरफ़्तार कर लिया। अली मुबय्यना तौर पर धमाको माद्दे और बर्क़ी धमाका करने वाले आलात साक़िब को फ़राहम किया करता था जो बम साज़ी में तर्बीयत याफ़ता था और आली सतही दहशतगर्द तंज़ीम इंडियन मुजाहिदीन के ज़िया‍-उल-रहमन उर्फ़ विक़ास को धमाके करने केलिए धमाको माद्दे और आलात फ़राहम किया करता था।

वक़ास एक पाकिस्तानी शहरी है जो कई बम धमाकों के सिलसिले में मतलूब है। पुलिस के बमूजब सर्किट डाईगराम के दस्ती नक़्शा और एक डायरी ज़ब्त की गई जिस से बम साज़ी की कार्रवाई की वज़ाहत होती है और उन दहशतगरदों के अज़ाइम की आईंदादार है। पुलिस के बमूजब जोधपुर पुलिस के तहक़ीक़ात कुनंदे ताहाल इस हद तक इन्किशाफ़ करचुके हैं कि वो जोधपुर में सिलसिला वार बम धाके करने के क़रीब थे और वक़ास जोधपुर आने वाला था ताकि उनके मंसूबे को क़तईयत दे सके।

बरकत अली फ़रार होने में कामयाब होगया था क्योंकि उसको इस के मुआविन आदिल ने अंसारी की गिरफ़्तारी की इत्तेला दी थी। इस से पहले के पुलिस इस के मकान पर धावा करती वो फ़रार होने में कामयाब होगया था। आदिल को गिरफ़्तार करलिया गया और कई तफ़सीली दस्तावेज़ात उसकी क़ियामगाह से ज़ब्त किए गए।

इंडियन मुजाहिदीन के जुमला पाँच मुश्तबा दहशतगरदों को इतवार के दिन दिल्ली पुलिस के ख़ुसूसी शोबा और राजिस्थान के मुख़ालिफ़ दहशतगर्दी मुशतर्का कार्रवाई में गिरफ़्तार किए गए थे। ये पहली बार नहीं है जबकि मुख़्तलिफ़ तंज़ीमों से मुतालिक़ दहशतगर्द शोबे दरयाफ़त किए गए हैं जो जोधपुर में सरगर्म थे। तक़रीबन पाँच साल पहले इन्सिदाद-ए-दहशतगर्दी ने सैमी स्टूडैंटस इस्लामिक मूवमैंट आफ़ इंडिया के तीन अरकान को धमाकों में मुलव्विस होने की बिना पर गिरफ़्तार किया था।

एक सीनियर ओहदेदार ने कहा कि एसे मज़ीद ख़ाबीदा शोबों की जोधपुर में मौजूदगी के इमकान को खारिज‌ नहीं किया जा सकता । सैमी पर मर्कज़ी हुकूमत ने दहशतगर्द तंज़ीम होने के शोबा में इमतिना आइद किया था जिस की मुद्दत के इख़तेताम पर इमतिना की मुद्दत में मज़ीद एक साल की तौसीअ करदी गई।