अरविंद केजरीवाल की तंज़ीम इंडिया अगेंस्ट करप्शन को बैरूनी ममालिक से मशकूक माली इमदाद हासिल हो रही है और सदर बी जे पी नितिन गडकरी के ख़िलाफ़ केजरीवाल के इल्ज़ामात उन के आक़ाॶं की ईमा पर आइद किए जा रहे हैं। बी जे पी के तर्जुमान कमल संदेश ने इल्ज़ाम आइद किया और समाजी कारकुन केजरीवाल के गडकरी पर इल्ज़ाम को खारिज कर दिया।
कमल संदेश के ताज़ा तरीन शुमारा मे इल्ज़ाम आइद किया गया है कि केजरीवाल ने ग़ैरमुल्की ज़राए से सुपारी मिली है और मांग किया कि मनमोहन सिंह हुकूमत को इस मामले की तहक़ीक़ात करना चाहीए। मज़मून में कहा गया है के अन्ना आंदोलन को तबाह करने के बाद अपने ब्रहना अज़ाइम की तकमील केलिए केजरीवाल और उनके साथी साज़िश में मुलव्विस होगए हैं ताकि जमहूरीयत के बारे में शकूक-ओ-शुबहात पैदा करें और ऐसा करते हुए वो दरहक़ीक़त उन लोगो के हाथों में खेल रहे हैं जिन्हें हिंदूस्तान या भारत माता से कोई वाबस्तगी नहीं है।
कमल संदेश के ईदारिया में कहा गया है के केजरीवाल का हक़ीक़ी खेल मुम्किन है मालिया के हुसूल से मरबूत हो क्योंकि वो जानते है कि कौनसी ताक़तें उन्हें मालिया फ़राहम कर सकती हैं चाहे वो हिंदूस्तानी हो या ग़ैरमुल्की। ईदारिया में कहा गया है के मालिया फ़राहम करनेवाली ताक़तें मुल्क को कमज़ोर करना चाहती हैं।
केजरीवाल पर इल्ज़ाम आइद किया गया है के इस मक़सद के हुसूल के लिए गडकरी के अलफ़ाज़ को तोड़मरोड़ कर पेश किया था ताकि दूसरों की कोताहियों को उजागर करके शौहरत हासिल करसकें। ईदारिया में कहा गया कि जो शख़्स अन्ना का वफ़ादार नहीं हो सकता वो मुल्क का वफ़ादार कैसे हो सकता है।
वो ग़ैरमुल्की सरमाया हासिल कर के मुल़्क की जमहूरीयत में शिगाफ़ डाल रहे हैं। ग़ालिबन केजरीवाल ये भूल गए हैं कि जमहूरीयत मुल्क के जिस्म और रूह में गहराई तक उतर चुकी है। केजरीवाल ने इन इल्ज़ामात की तरदीद करते हुए बी जे पी से मांग किया कि इस ने पिछ्ले 10 साल में जो मालिया हासिल किया है, उसे साफ़ सुथरा साबित कर दिखाए।
उन्हों ने कहा कि बी जे पी इल्ज़ाम आइद कर रही है कि हमारी तंज़ीम को बैरून-ए-मुल्क से मालिया हासिल होरहा है। उन्हों ने बी जे पी को चैलेंज किया कि अगर ऐसा है तो उसे बैरूनी अतीया दहिंदगान के नामों का इन्किशाफ़ करना होगा। हम ने अपनी वैबसाईट पर अपने अतीया दहिंदगान की फ़हरिस्त शाय करदी है।