भारत में मुसलमान राष्ट्रपति बन सकता है तो पाकिस्तान में हिंदू क्यों नहीं: बिलावल भुट्टो

Bilawal-Bhutto

नई दिल्ली। पाकिस्तान में भी अब मुस्लिम-हिन्दू की सियासत शुरू हो गयी है|बिलावल भुट्टो का सवाल तो बिलकुल ठीक है ,मगर बिलावल को ये भी समझना होगा की पाकिस्तान में 68 साल के बाद हिन्दू मैरेज एक्ट को जगह मिली है । पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के चेयरमैन बिलावल भुट्टो ज़रदारी ने कहा कि अगर इंडिया में एक मुसलमान राष्ट्रपति हो सकता है तो कोई हिंदू पाकिस्तान में क्यों नहीं बन सकता। उमर कोट में एक रैली को संबोधित करते हुए बिलावल भुट्टो ने अल्पसंख्यकों को होली की मुबारकबाद भी दी। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी रंग, नस्ल या धर्म के आधार पर लोगों के साथ भेदभाव की पक्षधर नहीं है। हम ग़रीबों और अल्पसंख्यकों के अधिकारों के समर्थक हैं। कुछ महीने पहले सिंध प्रांत की असेंबली में हिंदू मैरिज एक्ट पास हुआ है।

बिलावल ने कहा कि पाकिस्तान के 68 साल के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है कि अल्पसंख्यकों को कानूनी अधिकार देने के लिए कोई बिल पास किया गया। उन्होंने यह एलान भी किया कि जल्द ही अल्पसंख्यकों के जबरन धर्मांतरण के खिलाफ कानून बनाकर उन्हें मज़बूत बनाएंगे। भुट्टो ने कहा कि हम लोगों को अमीर-ग़रीब, अल्पसंख्यक-बहुसंख्यक और हिंदू-मुस्लिम में नहीं बंटने देंगे। हम सभी के लिए एक एकीकृत पाकिस्तान बनाएंगे। अल्पसंख्यकों के लिए सभी क्षेत्र में समान अधिकार और अवसर की बात भी उन्होंने की।