दिल्ली से सटे गुरुग्राम में रमजान के दौरान साम्प्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने की कोशिश करने का एक मामला सामने आया है. घटना शनिवार रात की है.
पीड़ित युवक का आरोप है कि जब वह गुरुग्राम के सदर इलाके की एक मस्जिद से नमाज पढ़कर लौट रहा था तभी कुछ युवकों ने उसे पहले जबरदस्ती रोका और बाद में उसे जय श्री राम के नारे लगाने को कहा.
जब उसने नारा लगाने से मना किया तो आरोपियों ने उसकी पिटाई की. पीड़ित युवक मूल रूप से बिहार के बेगूसराय का रहने वाला है और गुरुग्राम में रहकर टेलर की शॉप पर काम करता है.
पीड़ित ने पुलिस को बताया कि आरोपियों ने पहले उसकी टोपी उतारी और बाद में उसके साथ गलत व्यवहार भी किया. पीड़ित युवक का आरोप है कि आरोपी लड़के जब उसकी पिटाई कर रहे थे उस समय मौके पर कई लोग मौजूद थे लेकिन ने उसकी मदद नहीं की.
घटना की सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने पीड़ित का बयान दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है. पुलिस ने घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरे की फुटेज कब्जे में लेकर उसकी जांच शुरू कर दी है.
गुरुग्राम पुलिस के एसीपी दीपक कुमार ने एनडीटीवी से बातचीत में कहा कि पीड़ित युवक के मुताबिक मारपीट करने के बाद आरोपी अपने साथियों के साथ मौके से भाग गए, पुलिस फिलहाल सीसीटीवी फुटेज की जांच के आधार पर आरोपियों की पहचान करने में जुटी है. हालांकि अभी तक आरोपियों की पहचान नहीं हो पाई है.
गौरतलब है कि बीते कुछ महीनों में मुस्लिम परिवार या युवक के साथ मारपीट की यह दूसरी घटना है. इससे पहले गुरुग्राम में कुछ दबंग खून की होली खेल रहे थे. गुरुग्राम के भोंडसी इलाके में क्रिकेट मैच से पैदा हुए विवाद के बाद भीड़ ने एक परिवार पर हमला कर दिया और उसके सदस्यों को लाठी, डंडों और रोहे की रॉड से पीटा. पुलिस ने अभी तक छह लोगों को गिरफ्तार किया था.
घटना का वीडियो भी सामने आया था, जिसमें कुछ लोगों परिवार के पुरुषों को लाठियों से पीटते हुए दिख रहे थे, वहीं परिवार की महिलाएं रो रही हैं और उन्हें छोड़ने की भीड़ से गुजारिश कर रही थी. गुरुग्राम के एसीपी शमशेर सिंह ने बताया था कि घटना गुरुवार शाम 5 बजे उस वक्त हुई जब पीड़ित परिवार के लोग भूप सिंह नगर में अपने घर के बाहर क्रिकेट खेल रहे थे. यह परिवार अल्पसंख्यक समुदाय से ताल्लुक रखता है.’ पुलिस ने बताया कि भोंडसी इलाके में तीन-चार लोगों के परिवार पर करीब 40 लोगों की भीड़ ने कथित तौर पर हमला कर दिया.
पुलिस अधिकारी ने बताया था कि परिवार के एक सदस्य साजिद को उस वक्त तक डंडों और लोहे की रॉड से पीटा गया, जब तक वह बेहोश न हो गया. साजिद ने बताता था कि शराब पीकर आए छह-सात लोगों ने उन्हें गली में क्रिकेट खेलने से मना किया. जब परिवार के लोगों ने क्रिकेट खेलना जारी रखा तो करीब 40 से ज्यादा लोग वहां इकट्ठा हो गए और उन्होंने परिवार पर हमला कर दिया.