इंडोनिशया के पूर्वी प्रांत पापुआ में बाढ़ से अब तक 63 लोगों की मौत

इंडोनिशया के पूर्वी प्रांत पापुआ में अचानक आई बाढ़ से कम से कम 50 लोगों की मौत हो गई है। अधिकारियों ने रविवार को बताया कि प्रांतीय राजधानी जयपुरा के पास स्थित सेंतानी में शनिवार को भारी बारिश के चलते भूस्खलन हुआ और बाढ़ आ गई जिसमें कम से कम 50 लोगों की मौत हो गई तथा 59 अन्य घायल हुए हैं। राष्ट्रीय आपदा एजेंसी के प्रवक्ता पुर्वो नुग्रोहो ने बताया कि बाढ़ से दर्जनों घर क्षतिग्रस्त भी हुए हैं।

उन्होंने कहा, ” हताहत हुए लोगों की संख्या तथा आपदा से नुकसान अभी और बढ़ सकता है क्योंकि तलाश एवं बचाव दल अब भी प्रभावित इलाकों तक पहुंचने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा, ” बाढ़ संभवत: भूस्खलन के कारण आई। बाढ़ का पानी कम हुआ है। हालांकि, अधिकारी अब भी लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने की कोशिश कर रहे हैं।

नुग्रोहो ने कहा, ” संयुक्त तलाश एवं बचाव दल अब भी लोगों को निकालने का काम कर रहे हैं और पेड़ गिरने, चट्टानों, कीचड़ और तथा अन्य कारणों के चलते सभी प्रभावित क्षेत्रों तक नहीं पहुंच पा रहे हैं। इंडोनेशिया में आम तौर पर बाढ़ आती रहती है, खासकर अक्टूबर से अप्रैल के बीच यहां बारिश के मौसम में ऐसी स्थिति उत्पन्न होती है। गत जनवरी में देश के सुलावेसी द्वीप पर बाढ़ और भूस्खलन से कम से कम 70 लोगों की मौत हो गई थी।

सिंबोलन ने कहा कि दर्जनों घरों, इमारतों और पुलों के नष्ट होने के कारण लगभग 3,000 लोगों को घर छोड़कर कहीं अन्य शरण लेने के लिए मजबूर होना पड़ा। राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन एजेंसी के सुतोपो पुवोर् नुग्रोहो ने कहा कि नदी के ऊपर भूस्खलन होने से नदी में मिट्टी इकट्ठी हो गई थी जिससे पानी का बहाव रुक गया था। हालिया बारिश के कारण मिट्टी बह जाने से यह बाढ़ आई है।