इंडोनेशिया के सदारती इंतेख़ाबात में सख़्त मुसाबक़त

इंडोनेशिया के सख़्त तरीन और इंतेहाई फ़ैसलाकुन सदारती इंतेख़ाबात में दोनों फ़रीक़ैन ने कामयाबी का दावा किया है जिन के नतीजे में आमिराना हुकूमत का इख़तेताम मुम्किन है। ग़ैरसरकारी तौर पर जारी करदा आदाद-ओ-शुमार से ज़ाहिर होता है कि जकार्ता के गवर्नर जूको व-ए-डू डू, साबिक़ जनरल राबोओ सबयानटो पर सबक़त रखते हैं।

वडोडो पहले संजीदा सदारती उम्मीदवार हैं जिन की जड़ें डिक्टेटर सुहार्तो के आमिराना दौर में पैवस्त नहीं हैं। उन्होंने दुनिया की तीसरी सब से बड़ी जम्हूरियत में अपनी कामयाबी का दावा किया है जबकि काबिल‍ए‍एतेमाद राय दही इदारों ने आदाद-ओ-शुमार पेश किए हैं जिन से ज़ाहिर होता है कि उन्हें अपने हरीफ़ पर 4 ता 5 फ़ीसद वोटों की बरतरी हासिल है, लेकिन पराबोओ ने के ऐलान के कुछ ही देर बाद जिन्होंने एतराफ़ किया था कि इंसानी हुक़ूक़ की ख़िलाफ़वरज़ी सुहार्तो के दौर में उरूज पर थी। उन की दुख़तरों में से एक ने भी सदारती इंतेख़ाबात में कामयाबी का दावा किया है।

पराबोओ ने कहा कि इदारों में सर्वे करते वक़्त उन की इंतेख़ाबी टीम के पेश करदा आदाद-ओ-शुमार इस्तेमाल किए हैं जिन से ज़ाहिर होता है कि वो और उन के साथी हटाराईआसा को इंडोनेशिया के अवाम की ताईद हासिल हुई है। वडोडो की पार्टी के तर्जुमान ने पराबोओ और उन के साथी के रवैय्यॆ को सियासतदानों जैसा रवैय्या इख़तेयार करने वाले क़रार दिया है। ग़ैरसरकारी आदाद-ओ-शुमार के बमूजब वडोडो की पार्टी जन आदाद-ओ-शुमार पर इन्हिसार कररही है , उन्हें आजलाना राय शुमारी कहा जा सकता है और उनसे साबिक़ा इंतेख़ाबात में कामयाब उम्मीदवारों की दुरुस्त पेश क़ियासी नहीं की जा सकी थी।