इंडोनेशिया में सरमाया कारी केलिए हिंदुस्तानी तिजारती वफ़द का दौरा

हिंदुस्तानी कंपनियां अब इंडोनेशिया में तिजारती मौक़े के पाने के लिए सरगरदां हैं जहां हिंदुस्तान की जानिब से आइन्दा पाँच सालों के दौरान सरमाया कारी की शरह दोगुनी होकर 30 बिलियन अमेरिकी डॉलर्स होजाने की उम्मीद‌ है।

हिंदुस्तानी सफ़ीर बराए इंडोनेशिया गुरजीत सिंह की क़ियादत 15 रुक्नी हिंदुस्तानी तिजारती वफ़द ने सेंटर्ल जावा का दौरा किया जहां वो सरमाया कारी के मौक़े तलाश करेगा। इस पर गुरजीत सिंह ने इंडोनेशियाई कंपनियों को हिंदुस्तान में सरमाया कारी करने मदऊ करते हुए कहा कि हिंदुस्तान में तिजारती मेले और नुमाइशों का एहतिमाम आला पैमाने पर किया जाता है।

ज़रूरत इस बात की है कि इंडोनेशियाई कंपनियां वहां हिस्सा लेकर अपनी मौजूदगी का एहसास दिलाएं। उन्होंने मज़ीद कहा कि इंडोनेशिया में हिंदुस्तान की कई टेक्सटाइल कंपनियों का क़ियाम अमल में आ चुका है लिहाज़ा अब हिंदुस्तानी ताजिर सेंटर्ल जावा में भी सरमाया कारी के मौक़े तलाश करने दौरा पर आए हुए हैं।

अपनी बात जारी रखते हुए सिंह ने कहा कि हिंदुस्तानियों ने इंडोनेशिया में 15 बिलियन अमेरिकी डॉलर्स की सरमाया कारी की है जो तवक़्क़ो है कि आइन्दा पाँच सालों में दोगुनी होजाएगी। सिंह ने कहा कि किसी भी दो ममालिक के बीच‌ ताल्लुक़ात उसी वक़्त ख़ुशगवार और मजबूत‌ होते हैं जब दोनों ही इस मुआमला में यकसाँ दिलचस्पी का मुज़ाहरा करें।

मुद्दई सुस्त गवाह चुस्त के मिस्दाक़ नहीं होना चाहिए। हिंद-इंडोनेशिया के दो रुख़ी ताल्लुक़ात पहले ही ख़ुशगवार और मजबूत‌ हैं लेकिन अब तमाम तर तवज्जो सरमाया कारी में इज़ाफ़ा, तिजारत, सयाहत और तलबा-ए-के तबादलों पर मर्कूज़ की गई है। तलबा-ए-में उनकी सलाहियतों को उभारने और इसके एतराफ़ की ज़रूरत पर ज़ोर देते हुए सिंह ने सेंटर्ल जावा के तलबा-ए-केलिए पाँच स्कालर शिप्स प्रोग्रामों का भी ऐलान किया।

हिंदूस्तानी वफ़द में टाटा मोटर्स, टाटा कंसल्टेंसी सरवेसस, एसबी आई इंडोनेशिया और ईसार ग्रुप के नुमाइंदे भी मौजूद थे। सिंह ने बताया कि इस सिलसिला में सेंटर्ल जावा के नए गवर्नर गुंजर परानोव से भी बातचीत की गई है। मिस्र परानोव ने हिंदुस्तानी वफ़द का खैरमक़दम करते हुए अपनी हुकूमत की जानिब से हर मुम्किना तआवुन का यकीन‌ दिया।