इंडोनेशिया में हुआ हमला ISIS के बढ़ते क़दमों की निशानी: रिपोर्ट

जकार्ता: इंडोनेशिया में पिछले दिनों हुए आत्मघाती हमले ने जहाँ जांच एजेंसियों की नींदें उड़ा दी हैं वहीँ पूरी दुनिया के देश हमले के पीछे काम कर रहे खूंखार आतंकी ग्रुप ISIS के नापाक इरादों से निपटने के लिए कमर कसते नज़र आ रहे हैं। दुनिया के सभी देशों को ISIS के बारे में अगर कोई बात परेशान कर रही है तो वह है इस आतंकी संगठन के काम करने का तरीका।

दरअसल ISIS एक ऐसा आतंकी ग्रुप बनता जा रहा है जो दुनिया भर में लोगों को अपने साथ जोड़ने के लिए सोशल नेटवर्किंग का सहारा के रहा है। ISIS देशों में पहले से बने गैंगों के मेंबरों को अपने साथ जोड़ने के लिए उनसे अपने सोशल नेटवर्क के जरिये संपर्क करके उन्हें बड़े हमले करने के लिए उकसाता है। हमला कामयाब होने पर ISIS अपने सोशल नेटवर्क के जरिये हमले की ज़िम्मेवारी ले लेता है तांकि दुनिया भर के देशों में दहशत का माहोल पैदा किया जा सके।

इसके इलावा अगर बात करें इंडोनेशिया और इसके पास लगते देशों की तो कुछ साल पहले ही अपने देश में से ज्यादातर आतंकवाद खत्म कर चुके इंडोनेशिया में ऐसा हमला होना एक बार फिर सरकार को मुश्किल में खड़ा कर गया है। इसके इलावा अगर आंकड़ों की बात करें तो पता चलता है कि इंडोनेशिया और मलेशिया में पिछले कुछ वक़्त में ही करीब 800 लोगों ने सीरिया और अफगानिस्तान जाकर ईसिस ज्वाइन की है।

दूसरी तरफ जो लोग इस्लाम को ISIS के लिए जिम्मेवार समझ रहे थे उन लोगों को भी यह बात समझ आ गयी है की ईसिस इस्लाम की पैदाइश न होकर इस्लाम के लोगों को नुक्सान पहुंचाने वाला एक गैर मजहबी ग्रुप है।