इंडोनेशिया में शुक्रवार को आए शक्तिशाली भूकंप के बाद सुलावेसी द्वीप पर स्थित पालू शहर में सुनामी ने भी कहर बरपाया। भूकंप के कारण कई इमारतें जमींदोज हो गईं।
इसमें सैकड़ों लोगों के मरने की खबर है जबकि इंडोनेशिया के एक अस्पताल से इस हादसे में 30 लोगों की मौत की पुष्टि की गई है। इस भयंकर आपदा ने लोगों को अपने घर छोड़ने पर मजबूर कर दिया।
https://youtu.be/XQ_78iYGNw4
वहीं भूकंप के केंद्र से करीब 80 किलोमीटर की दूरी पर स्थित पालू शहर के एक पार्किंग रैंप की सबसे ऊपरी मंजिल से शूट किया गया जिसमें ऊंची पानी की लहरें उठती नजर आईं और तटीय इलाकों को अपनी चपेट में ले लिया।
https://youtu.be/nazxuY_RMe8
वीडियो में पानी की लहरें कई इमारतों को अपनी चपेट में लेती हुई नजर आ रही हैं। BNO न्यूज एजेंसी ने एक वीडियो जारी किया है, जिसमें जबरदस्त लहरें उठती दिख रही हैं और लोग चिल्लाते हुए इधर-उधर भाग रहे हैं।
https://youtu.be/F05edMisEJE
आपदा एजेंसी के भूकंप एवं सुनामी प्रभाग के अध्यक्ष रहमत त्रियोनो ने बाद में पुष्टि की कि शहर में सुनामी की तेज लहरें आई हैं। इस भूकंप की तीव्रता इस वर्ष की शुरुआत में लोमबोक द्वीप में आए भूकंप से कहीं अधिक थी जिसमें सैकड़ों लोग मारे गए थे।
https://youtu.be/vS2wAdoh7ng
अमेरिकी भूगर्भ सर्वेक्षण विभाग ने बताया कि मध्य सुलावेसी के डोंग्गाला कस्बे में आए भूकंप का केंद्र 10 किलोमीटर की गहराई में था। एजेंसी द्वारा जारी की गई तस्वीरों में क्षतिग्रस्त हुई इमारतों को देखा गया। लोग परेशान होकर अपने घरों से बाहर निकल गए।
फेसबुक लाइव वीडियो में इलाके के कुछ हिस्सों में लंबा ट्रैफिक जाम देखा गया क्योंकि सुनामी की चेतावनी के बाद लोग ऊंची जगहों पर पहुंचने के लिए कारों, ट्रकों एवं मोटरबाइकों में जा बैठे। आपदा एजेंसी के प्रवक्ता सुतोपो पुर्वो नुगरोहो ने बताया कि तलाश एवं बचाव टीम को सबसे ज्यादा प्रभावित इलाकों की ओर भेज दिया गया।
बता दें कि इंडोनेशिया की भौगोलिक स्थिति के कारण भूकंप का खतरा हमेशा बना रहता रहता है। दिसंबर 2004 में पश्चिमी इंडोनेशिया के सुमात्रा में 9.3 तीव्रता का भूकंप आया था इसके कारण आयी सुनामी के कारण हिंद महासागर क्षेत्र के कई देशों में 2,20,000 लोग मारे गये थे।