कोरापिट डिस्ट्रिक्ट में हुए एक इंकाउंटर में दो माविस्टों की हलाकतों के बाद पुलिस को शुबा एक माविस्टों का एक बड़ा ग्रुप मंगूडाउ लिसा जंगलात में जमा हुआ है ताकि आम इंतिख़ाबात के दौरान रुकावटें पैदा की जा सके।
एक सीनियर पुलिस ओहदेदार ने बताया कि जंगलात का इलाक़ा भी माविस्टों के ठिकानों के क़रीब वाके है जिस का सिलसिला कोरापिट के नारायण पटना से आंध्रा प्रदेश तक फैला हुआ है। एस पी कोरापिट अवीनाश कुमार ने कहा कि लोक सभा और रियासती इंतिख़ाबात दोनों ही अनक़रीब होने वाले हैं लिहाज़ा सुर्ख़ बागियों आंध्रा प्रदेश में उनके सरबराहान की सरगर्मियों में इज़ाफ़ा हुआ है और हमें शक है कि माविस्ट इंतिख़ाबी अमल में रुखना अंदाज़ी की कोशिश करेंगे।
यहां इस बात का तज़किरा एक बार फिर ज़रूरी है कि सिर्फ़ दो रोज़ क़बल पुलिस के साथ इंकाउंटर में दो माविस्ट हलाक होचुके हैं। पुलिस को शुबा है कि इंकाउंटर के वक़्त मज़ीद माविस्ट भी मौजूद थे लेकिन वो मौक़ा ग़नीमत जान कर वहां से फ़रार होगए थे। पुलिस को इंतिहाई चौकस कर दिया गया है और माविस्ट मुख़ालिफ़ ऑपरेशंस में शिद्दत पैदा करदी गई है।
जिन माविस्टों की हलाकत हुई है उनके नाम माला संजीवा और एपी स्वामी हैं जिन का ताल्लुक़ आंध्रा प्रदेश से था। गुजिश्ता रोज़ पुलिस के साथ हुई एक मुटभेड़ में उन्हें मौत के घाट उतार दिया गया था जिसके बाद ये ख़दशा पैदा होगया है कि दीगर माविस्ट इंतिक़ामी कार्रवाई करने के लिए इंतिख़ाबी अमल में रुखना अंदाज़ी पैदा करते हुए तशद्दुद पर आमादा होसकते हैं।