इंतिख़ाबी नताइज के साथ ही बर्क़ी शरहों में बेतहाशा इज़ाफ़ा का इमकान

नई रियासत तेलंगाना और सीमा – आंध्र में अवाम 16 मई का बेचैनी से इंतेज़ार कर रहे हैं वो ये जानने के लिए बेचैन हैं कि इन दोनों रियासतों में कौनसी जमात , कौनसा इत्तिहाद बरसरे इक्तेदार आएगा? किस को कामयाबी मिलेगी और किस की हार होगी , साथ ही लोक सभा हल्क़ों के नताइज क्या होंगे? इंतिख़ाबी नताइज कुछ भी हों लेकिन उन नताइज के फ़ौरी बाद अवाम को एक शॉक लगने वाला है और ये शॉक बर्क़ी सरब्राह करने वाली कंपनियों की जानिब से दिया जाएगा। ज़राए का कहना है कि नताइज के अंदरून चंद घंटे पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनियां बर्क़ी शरहों में बेतहाशा इज़ाफ़ा का एलान करने की तैयारियां कर चुकी हैं।

बताया जा रहा है कि 16 मई को नताइज के एलान के साथ ही बर्क़ी की पैदावार और उस की सरब्राही अमल में लाने वाली कंपनियां सारिफ़ीन पर बर्क़ी शरहों में इज़ाफ़ा के लिए मज़ीद 6500 करोड़ रुपये का बोझ आइद करने वाली हैं और ये इज़ाफ़ा आंध्र प्रदेश इलेक्ट्रिसिटी रेगूलेट्री कमीशन के हुक्म के मुताबिक़ बराए साल 2014-15 किया जाएगा।

ए पी ई आर सी के ज़राए का कहना है कि मुजव्वज़ा इज़ाफ़ी बोझ से तमाम ज़मुराजात के सारिफ़ीन मुतास्सिर होंगे। इस बात का भी पता चला है कि बर्क़ी शरहों में मुख़्तलिफ़ ज़मरों के लिहाज़ से 34 और 90 फ़ीसद के दरमियान इज़ाफ़ा होगा। ए पी ई आर सी के ज़राए के मुताबिक़ 16 मई को नताइज के एलान के साथ ही इंतिख़ाबी ज़ाब्ता अख़लाक़ ख़त्म हो जाएगा।

ज़राए ने मज़ीद बताया कि आंध्र प्रदेश इलेक्ट्रिसिटी रेगूलेट्री कमीशन के आला ओहदेदारों ने बर्क़ी शरह में इज़ाफ़ा से मुताल्लिक़ तजवीज़ को क़तईयत दे दी है और सरदस्त वो उस की गवर्नर ई एस एल नरसिम्हन की जानिब से मंज़ूर किए जाने के मुंतज़िर हैं।

ये भी कहा जा रहा है कि ए पी ई आर सी अपने क़्वाइद के मुताबिक़ एक अप्रैल को ही बर्क़ी शरह पर नज़रे सानी करने वाला था लेकिन इंतिख़ाबी ज़ाब्ता अख़लाक़ के नफ़ाज़ के नतीजा में उसे अपना फैसला 16 मई तक मोख़र करना पड़ा। ए पी ई आर सी के एक ओहदेदार के मुताबिक़ 16 मई के बाद बर्क़ी शरहों में इज़ाफ़ा का किसी भी वक़्त एलान किया जा सकता है।

दूसरी तरफ़ हुकूमत ने अपने उबूरी बजट में 7089 करोड़ की सब्सीडी की तजवीज़ पेश की है जिस पर ए पी ई आर सी ने माबक़ी 9320 करोड़ रुपये के ख़सारा की पाबजाई के लिए बर्क़ी शरहों पर नज़रे सानी करने का फैसला किया। ताहम ज़राए का ये भी कहना है कि हुकूमत ने 2820 करोड़ की एक और इज़ाफ़ी सब्सीडी का पेशकश किया है इस तरह 6500 करोड़ रुपये के ख़सारा की पा बजाई की ख़ातिर ई आर सी ने नज़रे सानी शूदा बर्क़ी शरह तैयार करली है।