आर जे डी के कैद सरबराह लालू प्रसाद ने हालिया चार रियासतों के इंतिख़ाबी नताइज के ऐलान पर इतमीनान का इज़हार किया और कहा कि एक ज़माना ऐसा था कि लोग आर जे डी को भी एक इंतिहाई नाक़ाबिल एतिमाद पार्टी समझते थे और कहते थे कि पार्टी अपने बलबूते पर हरगिज़ नहीं जीत सकती लेकिन पार्टी ने गुजिश्ता कई इंतिख़ाबात में अच्छी कारकर्दगी दिखाया और यही बात आम आदमी पार्टी (AAP) के बारे में भी कही जा रही थी।
अन्ना हज़ारे ने अपनी जो तहरीक चलाई और उनके रफ़ीक़ ख़ास अरविंद केजरीवाल ने उनसे अलग होकर जो पार्टी बनाई इस में अन्ना हज़ारे के ख़ुलूस का असर ज़ाए नहीं हुआ। याद रखीए कि अव्वाम ने अरविंद केजरीवाल को नहीं बल्कि अन्ना हज़ारे को वोट दिया है और वो भी इस लिए कि वो बद उनवानी से मुल्क को पाक करने के लिए अन्ना हज़ारे को अपना मसीहा तसव्वुर करते हैं।
इंतिख़ाबात के नताइज हैरानकुन ज़रूर हैं लेकिन इतमीनान बख्श भी हैं। ज़रूरत इस बात की है कि अव्वाम का यही एतिमाद हमेशा क़ायम रहे।