वज़ीरे आज़म नवाज़ शरीफ़ पाकिस्तान के इलेक्शन में अपनी कामयाबी को हिंदुस्तान के साथ अमन के लिए ख़ित्ते एतेमाद के तौर पर देखते हैं, और उन का कहना है कि दोनों मुल्कों के दरमयान असलहा दौड़ ज़रूर ख़त्म हो जाना चाहीए और उन्हें कश्मीर के बारे में अपने तनाज़ा की यकसूई कर लेना चाहीए।
दिफ़ा में ज़ाए रक़म समाजी शोबों में सर्फ़ होना चाहीए थी, उसे तालीम में मशग़ूल करना चाहीए था, उसे निगहदाश्त सेहत में लगाना चाहीए था।
नवाज़ शरीफ़ ने वाज़ेह कर दिया कि वो अपनी इंतिख़ाबी फ़तह को हिंदुस्तान के साथ अमन के लिए ख़ित्ते एतेमाद समझते हैं और पाकिस्तान के क़दीम तरीन हरीफ़ के साथ मुसालहत की ज़रूरत के ताल्लुक़ से संजीदा एहसास की बात की।