इंतिख़ाबी मुहिम के शुरूआती मरहले में यदि यूरप्पा बी जे पी के निशाने

बैंगलौर1 अप्रैल : 5 मई को मुक़र्रर कर्नाटक एसेंबली के इंतिख़ाबात की इंतिख़ाबी मुहिम में बरसर-ए-इक़तिदार बी जे पी कर्नाटक में पार्टी के साबिक़ मर्द आहन बी एस यदि यूरप्पा पर अजीम तरीन हद तक तन्क़ीदें(आलोचना) करेगी जब कि उस की कलीदी हरीफ़ कांग्रेस पार्टी पर इतनी सख़्त तन्क़ीदें नहीं की जाएंगी।

बी जे पी क़ाइदीन फ़िलहाल जो लाहे-ए-अमल की तस्वीर पेश कररहे हैं, इसके बमूजब बी जे पी यदि यूरप्पा के तर्क-ए-ताल्लुक़ के बाद ख़ालिस और साफ़ सुथरी होचुकी है। यदि यूरप्पा को पार्टी की जनूबी हिंद में अव्वलीन हुकूमत के क़ियाम का ज़िम्मेदार समझा जाता था, लेकिन उन्हें करप्शन के इल्ज़ामात की बिना पर आज दागदार शख्सियत क़रार दिया जा रहा है।

यदि यूरप्पा ने उन्हें बी जे पी से इसी किस्म के रवैया की उमीद‌ थी, अपने उम्मीदवारों की फेहरिस्त को क़तईयत देने में मुश्किल महसूस कररहे हैं और उसे अफ़राद के बारे में उलझन का शिकार हैं जो अपनी वफ़ादारियां किसी भी वक़्त तब्दील करसकते हैं।

बी जे पी में भी फूट पड़ गई है, लेकिन यदि यूरप्पा के ख़िलाफ़ इसके तमाम क़ाइदीन मुत्तहिद हैं और वाज़ह तौर पर ये इशारा दे रहे हैं कि पार्टी उन से अपने 40 साल क़दीम ताल्लुक़ात के बावजूद उन्हें आज अपना सब से बड़ा सियासी दुश्मन समझती है। यदि यूरप्पा ने एक मरहले पर हाल ही में मजालिस मुक़ामी के इंतिख़ाबात के दौरान इसका सबूत दिया था कि वो बी जे पी को इक़तिदार से बेदख़ल होने पर मजबूर करसकते हैं।

मजालिस मुक़ामी के इंतिख़ाबात में बी जे पी को जे डी इस‌के साथ तीसरे मुक़ाम पर इकतिफ़ा करना पड़ा था। जे डी इसके सदर साबिक़ वज़ीर-ए-आज़म उच्च डी देवेगौड़ा हैं। ताहम यदि यूरप्पा अक्सर बी जे पी के आमिराना रवैया को इसका ज़िम्मेदार क़रार देते हैं।

इनका कहना है कि बी जे पी का खेल आज़ाद उम्मीदवारों ने बिगाड़ा है। आम जलसों में बी जे पी क़ाइदीन यदि यूरप्पा के दौर-ए-इक्तदार में करप्शन के फैल जाने का इल्ज़ाम आइद कररहे हैं और उनका कहना है कि इसी वजह से उन्हें जेल भेज दिया गया था। क़बल अज़ीं उन्होंने लोक आयुक्त में जालसाज़ी के मुक़द्दमा का भी सामना किया था।

बी जे पी क़ाइदीन का कहना है कि इसके बरअक्स डी वे सदानंद गौड़ा और जगदीश शेटर की हुकूमतों में कोई स्कैंडल पेश नहीं आया। नौमुंतख़ब रियासती सदर बी जे पी प्रहलाद जोशी ने यदि यूरप्पा पर इल्ज़ाम आइद किया है कि वो कांग्रेस से क़ुरबत इख़तियार कररहे हैं ताकि सी बी आई की गिरिफ़त से बच सकें।

उन पर करप्शन के इल्ज़ामात आइद हैं। कांग्रेस पर बी जे पी की तन्क़ीद में इतनी शिद्दत नहीं है, जितनी कि यदि यूरप्पा पर बी जे पी की तन्क़ीद में पाई जाती है। किसी हदूद के बगैर तन्क़ीद को नाकाम बनाने के लिए यदि यूरप्पा के साथी डिप्टी चीफ मिनिस्टर के इस इश्वर पा, जनरल सेक्रेटरी बी जे पी उच्च अनंत कुमार और साबिक़ चीफ मिनिस्टर डी वे सदानंद गौड़ा को अपनी तन्क़ीद का निशाना बनारहे हैं। इन का इल्ज़ाम है कि प्रहलाद जोशी करप्ट अफ़राद के घेरे में हैं।