डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट ने 2009 के आम इंतिख़ाबात के दौरान इंतिख़ाबी ज़ाबता अख़लाक़ की ख़िलाफ़वर्ज़ी के तमाम ज़ेर तस्फिया मुआमलात की सुनवाई करने की हिदायत की है जिस में 2012 के असेंबली इंतिख़ाबात के दौरान ज़ाबता अख़लाक़ की ख़िलाफ़ वर्जियां भी शामिल हैं।
याद रहे कि उत्तरप्रदेश इलेक्शन कमीशन की जानिब से ये हिदायत डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट को की गई थी। सरकारी ज़राए ने बताया कि डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट जो मुज़फ़्फ़र नगर के डिस्ट्रिक्ट इलेक्शन ऑफीसर भी हैं, ने फरयादी को हिदायत की कि वो इस तरह के तमाम मुआमलात की सुनवाई करें जो और डिस्ट्रिक्ट अदालत में ज़ेर तसफिया हैं।
याद रहे कि इलेक्शन कमीशन ने ये भी हिदायत आने वाले असेंबली इंतिख़ाबात को मद्द-ए-नज़र रखते हुए जारी की है। चीफ जुडेशियल मजिस्ट्रेट नरेंद्र कुमार ने भी तमाम मजिस्ट्रेटस को हिदायत की है कि उनकी अदालतों में जो भी ज़ेर तस्फिया मुआमलात नहीं, उनकी सुनवाई की जाये।