साबिक़ वज़ीरे आला शरीक झाविमो सरबराह बाबूलाल मरांडी ने कहा कि झारखंड में अकसरियत पसंद के पनपने और बढ़ने के पीछे रियासत हुकूमत जिम्मेवार है। रियासत तशकील के बाद बनी तमाम हुकूमत ने अकसरियत पसंद हुकूमत को तहफ्फुज दिया। कांग्रेस-झामुमो इत्तिहाद वाली मौजूदा हुकूमत भी इससे अलग नहीं है। समझौते पर बनी हुकूमत की सोच में तरक़्क़ी का कहीं नाम नहीं है। तालिम , सेहत, पानी, बिजली जैसी बुनियादी सहूलते भी आवाम को नहीं मिल रही हैं।
रियासत की बदहाली के लिए भाजपा, कांग्रेस, झामुमो और आजसू जैसी पार्टियां जिम्मेदार हैं। इन पार्टियों ने ज़ाती मुफाद के लिए तौविल वक़्त तक रियासत में हुकूमत किया है। मिस्टर मरांडी झाविमो के रांची लोकसभा कारकुन कोन्फ्रेंस को खिताब कर रहे थे। सहजानंद चौक वाक़ेय स्वागतम बैंक्वेट हॉल में मुनक्कीद कोन्फ्रेंस को पार्टी नायब सदर डॉ सबा अहमद और एसेम्बली रुक्न दल के लीडर प्रदीप यादव ने भी खिताब किया। डॉ अहमद ने कारकुनों को वोटों का ध्रुवीकरण रोकने के लिए हौसला अफजाई की।
कोन्फ्रेंस को एसेम्बली दल के लीडर अरविंद सिंह, मरकज़ी नायब सदर शकुंतला जायसवाल, सुनील साहु, अजयनाथ शाहदेव, अमित महतो, संतोष कुमार, राजीव रंजन मिश्र, प्रभु दयाल बड़ाइक, भृगुनाथ सिंह, केके पोद्दार और हाजी अख्तर अंसारी ने भी खिताब किया। इस मौके पर आकाश सिंह की कियादत में रातू रोड इलाक़े से कई कारकुनों ने झाविमो की रुकनीयत ली। मिस्टर मरांडी ने माला पहना कर सबका इस्तकबाल किया।