रांची : इंतेजार अली की रिहाई की मांग लेकर झाविमो कारकुनान सड़क पर उतरे़। झाविमो सदर बाबूलाल मरांडी, एमएलए लीडर प्रदीप यादव समेत कई लीडर इंतेजार अली के अहले खाना के साथ गवर्नर हाउस के सामने धरना पर बैठे़। मौके पर इजलास को खिताब करते हुए पार्टी सदर बाबूलाल मरांडी ने कहा कि इंतेजार अली को 25 सितंबर यानी बकरीद के पहले रिहा कर दिया जाये़। इंतेजार अपनी अहले खाना वालों के साथ बक़रईद मना सके़।
मिस्टर मरांडी ने कहा कि इंतेजार अली पर दर्ज मामले वापस लिये जाये़ं। पुलिस की करतूत से उसकी इज्ज़त पर दाग लगी है़। इंतेजार अली को 25 लाख का मुआवजा मिलना चाहिए़। झाविमो सदर ने कहा कि जैसे ही पता चला कि इंतेजार अली बेकसूर है, वह उनके अहले खाना से मिले़। खूफिया महकमा और एनआइए को भी कोई सुबूत नहीं मिला है़। पुलिस पहले धमाके खेज आलात को आरडीएक्स बता रही थी, अब मुकर रही है़। इंतेजार अली के मामले में पुलिस ने गुमराह किया है़। एमएलए के लीडर प्रदीप यादव ने कहा कि पार्टी ने इस मामले को एसेम्बली में उठाया़।
हमें कहा गया कि हम दहशतगर्द का साथ दे रहे है़ं। मिस्टर यादव ने कहा कि साजिश का परदाफाश होना चाहिए़। मुखबिर और पुलिस अफसरों का नाम अवामी होना चाहिए़। तर्जुमान खालीद खलील ने कहा कि जेलों में बंद बेकसूर लोगों को छोड़ना चाहिए़। बेबुनियाद इल्ज़ाम पर लोग जेल में बंद है़ं। धरना को डॉ सबा अहमद, सुनील साहू, केके पोद्दार, मुन्ना मल्लिक, संतोष कुमार ने खिताब किया़ धरना में डॉ इंतेजार अली की बीवी रेहाना खातून, बहन शकीला खातून मौजूद थी़ं। धरना में राजीव रंजन मिश्रा, मोइन अंसारी, तौहिद अालम, नदीम इकबाल, हाजी उमर भाई, संपत्ति देवी, सुनीता सिंह, अनिता गाड़ी, मो नजीबुल्ला समेत सैकड़ों कारकुनान शामिल हुए़।