अवामी नुमाइंदों को तरक्कियाती कामों के नाम पर अपनी और अपनी पार्टी की तशहीर की कितनी भूक होती है इस का अंदाज़ा इंदिरा नगर ताड़बन के मकीनों की हालत ज़ार से लगाया जा सकता है, जहां के मकीन(निवासी) वाटर पाइपलाइन कनक्शन की तनसीब (स्थापना)के बावजूद पिछले एक साल से पीने के पानी की सरबराही से सिर्फ इसलिए महरूम हैं कियूं के मज़कूरा नए पाइपलाइन के इफ़्तिताह के लिए अभी तक एम एल ए साहब को फ़ुर्सत नहीं मिल सकी है ।
मुक़ामी ज़राए के मुताबिक़, आज से दो साल क़ब्ल ताड़बन के इलाक़े में वाक़ै इंदिरानगर में सरकारी नल मौजूद था जहां से लोग पीने का पानी हासिल करलिया करते थे,मगर इस इलाक़े में बड़ा नाला और सीवरेज लाईन की तामीर के दौरान वाटर पाइप लाईन और मज़कूरा वाटर कनक्शन भी मुनक़ते हो गया जिसके बाद तकरीबन 200मकानात पर मुश्तमिल इस इलाक़े के अवाम यहां वहां और अपने रिश्ता दारों के पास से पानी हासिल करने लगे,ताहम (फरि भी) रोज़,
रोज़ की परेशानी से तंग आकर मुक़ामी अफ़राद ने नए पाइपलाइन कनक्शन के लिए मुताल्लिक़ा दफ़ातिर के चक्कर लगाना शुरू कर दिए,काफ़ी दौड़ धूप के बाद नए वाटर पाइपलाइन कनक्शन का काम शुरू हवातो उसकी तनसीब (स्थापना)में भी महीनों लग गए …ताहम (फरि भी) मुक़ामी अफराद ये सोच सोच कर ख़ुश होते रहे कि पाइपलाइन की तनसीब (स्थापना)का काम मुकम्मल होने के बाद उनकी परेशानियां ख़त्म हो जाएंगी और उन्हें जल्द ही पीने का पानी मोयस्सर हो जाऐगा,मगर इन का ये ख़ाब ख़ाब ही बन कर रह गया और उन्हें आज भी पीने के पानी के लिए यहां वहां भटकना पड़ रहा है।
चूँकि मुक़ामी अफ़राद के मुताबिक़, चन्दूलाल बारहदरी वाटर फिल्टर के मैनेजर को जब अवाम को होने वाली परेशानी से आगाह करवाया गया और उन से पानी की सरबराही की दरख़ास्त की गई तो उन का जवाब था कि एम एल ए साहब उमरा को गए हुए हैं जब वो आएंगे तभी इस नए पाइपलाइन का इफ़्तिताह अमल में आएगा और फिर पानी की सरबराही शुरू करदी जाऐगी ग्रेटर संगम नामी वेलफ़ेर असोसिएशन के सदर हाजी मुहम्मद फ़ारूक़ अली,नायब सदर सय्यद इक़बाल और जनरल सेक्रेटरी शेख अबदुल मुकरम ने सियासत से बात करते हुए ये बात बताई ।
मुक़ामी अवाम ने महिकमा आ बरसानी के आला ओहदेदारों से मुतालिबा किया है कि वो इंदिरानगर के मकीनों की परेशानीयों का ख़्याल करते हुए इस मुआमले में जल्द से जल्द कोई कार्रवाई करते हुए पानी की सरबराही का आग़ाज़ करें ताकि मुक़ामी अवाम को राहत नसीब होसके।