इंसानियत की अनोखी मिसाल, बिहार शव पहुंचाने के लिए एकजुट हुए गाँव वाले

बेतौल। मध्य प्रदेश के बेतौल जिले के घोड़ा डोंगरी के निवासियों ने नए साल पर मानवता की एक अनोखी मिसाल पेश की है। यहाँ चलती ट्रेन में बिहार के एक गरीब व्यक्ति की मौत होने पर स्थानीय लोगों ने न केवल हर तरह का सहयोग किया बल्कि आपस में चंदा इकट्ठा करके शव को बिहार तक पहुंचाने के लिए वाहन का इंतजाम भी किया। मृतक के साथ ही उसकी पत्नी और दो मासूम बच्चियां भी थीं।

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न्यूज़ नेटवर्क समूह प्रदेश 18 के अनुसार बेंगलूर से पटना जा रही बागमती एक्सप्रेस में बिहार के समस्तीपुर जिले के मोहम्मद शाहिद (25) अपनी पत्नी रुखसाना (22) 3 और 1 साल की दो बेटियों के साथ अपने गांव जा रहा था। बेंगलुरु में पेशे से मजदूर शाहिद पिछले दो महीने से बीमार था। इस बीच ट्रेन में उसकी हालत बेहद नाजुक हो गई। रविवार दोपहर दो बजे घोडा डोंगरी स्टेशन पर उतार कर उसे मेडिकल सेंटर लाया गया जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।

अनजान शहर में पीड़ित उसकी पत्नी होश खो बैठी। स्थानीय लोगों को जब इस बात की खबर मिली तो वह अस्पताल पहुंचे और शव को उसके घर पहुंचाने की व्यवस्था शुरू किया। इस बीच स्थानीय विधायक मंगल सिंह के नेतृत्व में कुछ ही देर में राशि जमा हो गई, जिसके बाद शव को दोपहर तक एक निजी वाहन से बिहार के लिए रवाना किया गया।