इंसानी हुक़ूक़ की पाबंदी केलिए बहरीन से बाण कीमोन का मुतालिबा

अक़वाम-ए-मुत्तहिदा के सरबराह बाण कीमोन ने एक दाख़िल ज़िन्दां शीया कारकुन के ताल्लुक़ से ईज़हार-ए-तशवीश करते हुए बहरीन की हुकूमत पर ज़ोर दिया है कि वो बहरीनी अवाम के इंसानी हुक़ूक़ का एहतिराम करे। शीया कारकुन गुज़श्ता दस दिनों से भूक हड़ताल पर है। इस ने गुज़श्ता साल बहरीन में इन्क़िलाब लाने की कोशिश की क़ियादत की थी।

बहरीन में सरगर्म कारकुनान जमहूरी इस्लाहात का मुतालिबा कररहे हैं। शीया अक्सरीयत वाले इस मुल्क में सुनी उल-ख़लीफ़ा फ़ैमिली हुक्मरानी करती आरही है।

सरगर्म कारकुनों ने गुज़श्ता हफ़्ता फ़ार्मूला वन ग्रांड प्रिक्स के दौरान एहतिजाज किया था। दुनिया की नज़र भी इस दौड़ पर थी। बहरीन में गुज़श्ता साल इन्क़िलाब लाने की कोशिश की क़ियादत की पादाश में 14 लोग जेल में हैं जिन में अब्दुह हादी अलखजा भी शामिल हैं जिन्हों ने कहा है कि अगर उन्हें रहा नहीं किया गया तो वो खाने का सिलसिला पानी पीने तक महिदूद करते हुए भूक हड़ताल को मरण बरत तक ले जाऐंगे। वो गुज़शता 76 दिनों से रोज़ा रख रहे हैं।

बहरीन को एक जमहूरी मुलक बनाने की तहरीक की हिमायत करने पर ख़्जा जेल में उमेर क़ैद की सज़ा काट रहे हैं।

अक़वाम-ए-मुत्तहिदा के सरबराह ने बहरीनी हुक्काम पर एक बार फिर ज़ोर दिया है कि अलखजा का मुआमला बिलाताख़ीर इंसानी बुनियाद पर हल किया जाय।

बहरीन में सैंटर फ़ार हियूमन राईट्स के बानी ख़्जा इंसानी हुक़ूक़ के बैन-उल-अक़वामी हलक़ों में भी पहचाने जाते हैं। 2003 मैं इराक़ में वो एमन्सिटी के साथ काम करचुके हैं।