हैदराबाद, 05 दिसंबर: ( सियासत न्यूज़) पुलिस एक भरोसा का नाम है । ज़ालिमों के ज़ुल्म से सरकशों के शर से मज़लूमों की मदद और ज़ालिमों को सज़ा दिलाना पुलिस का काम है । इंसाफ़-ओ-क़ियाम अमन के लिए जो इख़्तेयारात पुलिस को हासिल हैं वो समाज में किसी और महकमा को नहीं दिए गए ।
लेकिन समाज में अवाम से बहुत दूर ये महकमा ही पाया जाता है । चूँकि उनकी हरकतों से आवाम उनसे क़रीब होने के बजाय उनसे दूर भाग रहे हैं । ऐसा ही एक इंतिहाई शर्मनाक वाक़िया आज शहर के नवाही इलाक़ा में पेश आया ।
इस वाक़िया ने ना सिर्फ़ अवामुन्नास को हैरत में डाल दिया बल्कि पुलिस का सर भी शर्म से झुका दिया । एक पुलिस इन्सपेक्टर सतह का ओहदेदार मदद के लिए रुजू होने वाली ख़ातून के हमराह रंग रंगलीयां मनाते हुए रंगे हाथों कैमरे में क़ैद हो गया ।
ख़ातून के साथ एक अंजान मुक़ाम पर तन्हाई में में इस ओहदेदार को देखा गया । बताया जाता है कि इस ओहदेदार ने इस मजबूर ख़ातून से ना सिर्फ़ रिश्वत तलब की बल्कि जिन्सी ख़ाहिश को पूरा करने का भी मुतालिबा किया और इसका जिन्सी इस्तिहसाल कर रहा था ।
ये इल्ज़ामात एडीशनल इन्सपेक्टर पुलिस राजेंदर नगर मिस्टर नागेश्वर राव पर पाए जाते हैं । जिसने इंसाफ़ के लिए रुजू होने वाली इस ख़ातून का ना सिर्फ़ इस्तेमाल किया बल्कि उसकी मजबूरी का फ़ायदा उठाते हुए जिन्सी इस्तिहसाल भी किया ।
शर्म की तमाम हदों को फलांगते हुए शराब भी इस ख़ातून के पैसों से पीता था । इस पुलिस ओहदेदार की हरासाँयों से तंग आकर ख़ातून ने टी वी चैनल से रुजू होकर इस ओहदेदार की काली करतूतों का भांडा फोड़ दिया । बताया जाता है कि माली परेशानीयों से परेशान इस मज़लूम ख़ातून ने एक ख़ातून की मदद हासिल की जिसने उसे फ़ह्हाशी में मुलव्वस कर दिया और इस ख़ातून के ख़िलाफ़ कार्रवाई और इंसाफ़ के लिए मज़लूम ख़ातून ने इन्सपेक्टर से मसला को रुजू कर दिया ।
होना क्या था । शहवत पसंद दरिन्दा सिफ़त पुलिस की ख़ाकी वर्दी में छिपे हुए उस मुजरिम सिफ़त ओहदेदार ने मौक़ा को ग़नीमत जानकर इस ख़ातून का इस्तिहसाल शुरू कर दिया । इस ख़ातून ने इल्ज़ाम लगाते हुए कहा कि पुलिस ओहदेदार इससे रातों में मुलाक़ात के लिए कहता था और गंदा / अशलील नाच दिखाने की ख़ाहिश करता था ।
शराब पिलाने और उसकी ख़ाहिश के मुताबिक़ उसकी जिन्सी ख़ाहिश को पूरा करने का मुतालिबा करता था और जब वो तलब करेगा उसको रुजू होने का हुक्म दिया था और ये सब ओहदेदार इस ख़ातून को धमकाकर कर रहा था । दीगर सूरत इस ख़ातून को उसे फ़ह्हाशी के मुक़द्दमा में फांसने की धमकी दे रहा था ।
इस ख़ातून का इल्ज़ाम है कि वो रात की डयूटी में मुलाक़ात करने और अक्सर नियम ब्रहना रहने के इलावा ब्रहना नाच दिखाने की ख़ाहिश करता था ।
जब इस टी वी चैनल ने इस ओहदेदार से वज़ाहत चाही तो इसने कहा कि वो सी एम बंद-ओ-बस्त में मसरूफ़ था और यहां आया है । लेकिन इस कमरे में इसके इलावा ख़ातून की मौजूदगी और इस ख़ातून की मौजूदगी के बाद ख़ुद का नियम ब्रहना हालत में रहना और इस ख़ातून से तन्हाई में मुलाक़ात और इस ख़ातून से इसके ताल्लुक़ात और ख़ातून के इल्ज़ामात पर कुछ भी बताने से इनकार कर रहा था ।