साइंस्दानों ने एक कारनामा अंजाम देते हुए एक मुशतर्का दवा दर्याफ़त की है जो पैर के नाखुनों में जमा होजाने वाली फंची के ख़ातमा के लिए इस्तिमाल की जाती है। साइंस्दानों के मुताबिक इंसिदाद पणजी क्रीम इंसानी जिस्म से मोहलिक एच आई वी का ख़ात्मा भी करसकता है।
इस्तिवाई ममालिक में इंसिदाद पणजी क्रीम सीकलो फ़ायर एक्स इस्तिमाल की जाती है। यही क्रीम एच आई वी से मुतास्सिरा खुलियों को उनको तवानाई की फ़राहमी का सिलसिला रोक देते हुए मर जाने पर मजबूर कर सकती है। मुहक़्क़िक़ीन के मुताबिक मौजूदा दीगर इंसिदाद एच आई वी दवाओं के बरअक्स ये क्रीम मुकम्मल तौर पर एच आई वी से मुतास्सिरा खुलिया का ख़ात्मा करदेती है और दुबारा इस वाइरस की पैदाइश का इमकान भी बाक़ी नहीं रहता।
न्यू जर्सी मैडीकल स्कूल रुजर्स के मुहक़्क़िक़ीन के मुताबिक एच आई वी के मरीज़ों का ऐसे क्रीम के ज़रिया ईलाज करके तजुर्बा किया जा चुका है। ये दवा इंसिदाद एच आई वी के सिलसिला में एक इन्क़िलाब बरपा कर सकती है ताहम दीगर दवाएं एच आई वी को दूर रखने में इंतिहाई मोअस्सिर हैं। मरीज़ को ज़िंदगी भर इन दवाओं का इस्तिमाल करना पड़ता है ताकि इन्फेक्शन मुकम्मल तौर पर ख़त्म होजाए।