इख़वान उल मुस्लिमीन के साथ मिलकर हुकुमत बनाने कि संभावना

मिस्र के सदारती(राष्ट्रपती पद) उम्मीदवार अहमद शफ़ीक़ ने इख़वान उल मुस्लिमीन के साथ मिल कर हुकूमत बनाने की तजवीज़ की हिमायत कर दी । मिस्र के सदारती इंतिख़ाबात(राष्ट्रपती पद चुनाव) के पहले मरहले में कोई भी सयासी जमात(राजनितीक पार्टी) 50 फ़ीसद से जयादा वोट‌ हासिल ना कर सकी फिर भी इख़वान उल मुस्लिमीन का पलड़ा तमाम दूसरी सयासी जमातों(राज्नितीक पार्टीयों) से भारी रहा।

इख़वान उल मुस्लिमीन को सरकार बनाने के लिए सयासी इत्तिहाद(राजनितीक एकता) की ज़रूरत रहेगी। इस मौके पर ब्यान देते हुए मिस्र के साबिक़ वज़ीर-ए-आज़म (पुर्व प्रधान मंत्री ) और मज़बूत सदारती (राष्ट्रपती पद)उम्मीदवार अहमद शफ़ीक़ ने कहा है कि इन को इख़वान उल मुस्लिमीन के साथ मिल कर हुकूमत बनाने पर कोई एतराज़ ना होगा।

सदारती इंतिख़ाबात(राष्ट्रपती पद चुनाव‌) के दूसरे और हतमी(फाइनल‌) मरहले में अहमद शफ़ीक़ और इख़वान उल मुस्लिमीन के मुहम्मद मौरुसी के दरमयान कांटे का मुक़ाबला होगा। इख़वान उल मुस्लिमीन मिस्री सदारती इंतिख़ाबात(राष्ट्रपती पद चुनाव‌) में फ़्रीडम एंड जस्टिस पार्टी के नए नाम से शामिल है।