यहूदियों के लिए पूर्वी जेरुशलम में फिलिस्तीन इलाके के पड़ोस में एक विवादित भवन निर्माण की मंजूरी दे दी। इजराइली अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
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समाचार एजेंसी सिन्हुआ की खबर के अनुसार, जेरुशलम की स्थानीय योजना एवं भवन समिति ने सिलवान में एक नया चार मंजिला भवन बनाने की स्वीकृति दी। यह अल-अक्सा मस्जिद परिसर के सामने है।
नगरपालिका के एक बयान में कहा गया है कि सभी इलाकों में शहर का बनना जारी रहेगा। इजराइली मानवाधिकार संस्था इर अमिम ने कहा कि यह परियोजना ‘अटरसेट कोहनिम’ का उपक्रम है। यह एक यहूदी आबादकारों का संगठन है जिसने फिलिस्तीनी इलाकों का यहूदीकरण करने के इरादे से सिलवान में इमारतें बनाई हैं और फिलिस्तीनियों की इमारतें ली हैं।
इर अमिम का कहना है कि यह मंजूरी कोहनिम की मुहिम की दिशा में एक बड़ा कदम है। वह सिलवान से फिलिस्तीनियों को बाहर करने के लिए और एक नया ठिकाना बनाकर अपने अधिकार में लेने के लिए यह अभियान चला रहा है। इजराइल के इस कदम से उसकी अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर आलोचना बढ़ने की उम्मीद की जा रही है। इजराइल ने पूर्वी जेरुशलम पर 1967 के मध्य-पूर्व के युद्ध में कब्जा किया था। बाद में इसे अपने देश की अविभाज्य राजधानी घोषित कर दिया था। उसके इस कदम को अंतर्राष्ट्रीय समुदाय ने कभी भी मान्यता नहीं दी। फिलिस्तीनी पूर्वी जेरुशलम को अपने भविष्य की राजधानी मानते हैं। यह स्वीकृति नौ माह तक चले फिलिस्तीनी विद्रोह के बीच मिली है। इस विद्रोह में कम से कम 205 फिलिस्तीनी एवं 33 इजराइली मारे गए हैं। –आईएएनएस