इजरायल के खिलाफ़ दुनिया ने आवाज़ नहीं उठाई तो बहुत मुश्किल दौर से गुजरना होगा- एर्दोगन

तुर्की के राष्ट्रपति तैयिप एर्दोगान ने बुधवार को कहा कि संयुक्त राष्ट्र ने गाजा में होने वाली घटनाओं के इजराइल के कोई कार्यवाही नहीं की है इसलिए यूनाइटेड नेशन अब खत्म हो गया है क्योंकि वह चुपचाप सबकुछ देख रहा है और इस्राइल के खिलाफ कोई संज्ञान नहीं ले रहा है।

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आपको बता दें कि, इजरायली सेना ने सोमवार को 62 फिलिस्तीनी प्रदर्शनकारियों की हत्या कर दी क्योंकि वह अमेरिका के जेरूसलम में यूएस एम्बेसी को स्थानांतरित करने के खिलाफ गाजा बॉर्डर पर विरोध प्रदर्शन कर रहे थे।

तुर्की ने गाज़ा सीमा में प्रदर्शनकारियों और जेरूसलम में अपना नया दूतावास खोलने के अमेरिकी निर्णय के खिलाफ घातक बलों का इस्तेमाल करने के लिए इस्रेअल की कड़ी निंदा की है।

साथ ही आपको बता दें कि, अमेरिका के इस फैसले ने दुनियाभर के मुसलमानों में गुस्सा भर दिया है. एर्दोगान ने इस्तांबुल में शुक्रवार को इस्लामी सहयोग संगठन (ओआईसी) की आपातकालीन बैठक की मांग की।

रमजान के बरकती महीने के पहले दिन एर्दोगान ने कहा कि अधिकांश अंतर्राष्ट्रीय समुदाय गाज़ा में घटनाओं पर प्रतिक्रिया करने में असफल रहे है। एर्दोगान ने दुनिया को चेतावनी देते हुए कहा है कि, अगर दुनिया इस वक़्त इजराइल के खिलाफ चुप रही और आवाज़ नहीं उठायी तो दुनिया को बहुत मुश्किल दौर से गुज़ारना होगा।

एर्दोगान ने इज़राइली स्निपर्स द्वारा कई फिलीस्तीनियों की हत्या के कुछ दिनों बाद OIC बैठक का आयोजन किया जिसमें एर्दोगान ने सभी मुस्लिम देशों से एकजुट होने और इजराइल का मुकाबला करने के लिए मुस्लिम नेताओं से मुलाकात की है।

अल जज़ीरा के मुताबिक, शुक्रवार को इस्लामी सहयोग संगठन (ओआईसी) के असाधारण शिखर सम्मेलन में बोलते हुए, एर्दोगान ने कहा कि इजरायल को उन हत्याओं पर उत्तरदायी माना जाना चाहिए जिसकी व्यापक अंतर्राष्ट्रीय निंदा हो रही है। इजराइल की दरिंदगी की वजह से मिडिल ईस्ट से उत्तरी अफ्रीका और एशिया तक विरोध प्रदर्शन की लहर शुरू हो चुकी है।