इजरायल ने भारी मात्रा में रासायनिक हथियार कर रखा है- ईरान

इस्लामी गणतंत्र ईरान के रक्षा मंत्री ब्रिगेडियर जनरल अमीर हातेमी ने कहा कि प्रतिबंधित हथियार रखने वाला ज़ायोनी शासन विश्व शांति के लिए ख़तरा है।

उत्तर पश्चिमी ईरान के सरदश्त शहर पर इराक़ के पूर्व सद्दाम शासन के रासायनिक हमले की बर्सी का हवाला देते हुए जनरल हातेमी ने कहा कि इराक़ की बास सरकार ने 28 जून 1987 को सरदश्त पर रासायनिक हमला किया था जिसमें 119 लोग तत्काल शहीद हो गए और 8 हज़ार से अधिक लोग केमिकल हथियारों की चपेट में आकर बुरी तरह प्रभावित हुए।

जनरल अमीर हातेमी ने कहा कि पश्चिमी एशिया के इलाक़े में ज़ायोनी शासन ने अपने पास रासायिक हथियार एकत्रित कर रखे हैं और वह किसी भी संस्था को इन हथियारों की जांच करने की अनुमति नहीं दे रहा है यह पूरे क्षेत्र की शांति के लिए एक बड़ा ख़तरा है।

ईरान के रक्षा मंत्री ने कहा कि ईरान रासायनिक हथियारों की सबसे बड़ी भेंट बना है। उन्होंने कहा कि अमरीका ने अंतर्राष्ट्रीय क़ानूनों का उल्लंघन करते हुए रासायनिक हथियारों के प्रयोग के दावे को आधार बनाकर सीरिया पर हमला किया जिससे इलाक़े की अशांति और बढ़ी है।

उन्होंने कहा कि अमरीका ने अपने रासायनिक हथियार नष्ट करने का वादा अंतर्राष्ट्रीय कन्वेन्शन में किया था लेकिन 11 साल बीत जाने के बाद भी उसनी अपनी प्रतिबद्धता पूरी नहीं की है बल्कि वह दाइश जैसे आतंकी संगठनों को रासायनिक हथियार की सप्लाई भी करवा रहा है।

दूसरी ओर इस्लामी क्रान्ति संरक्षक बल आईआरजीसी के प्रवक्ता जनरल रमज़ान शरीफ़ ने कहा कि विश्व साम्राज्वाद तथा हमारे दुशमन ईरान की जनता को निराश करने की कोशिश में हैं मगर ईरान की जनता ने हमेशा बड़ी सूझबूझ के साथ दुशमनों की साज़िशों पर नज़र रखी है इस बार भी दुशमनों को अपने लक्ष्य प्राप्त करने की कोशिश में निराशा ही हाथ आएगी।

साभार- ‘वर्ल्ड न्यूज हिन्दी’